मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने किया लियो पॉलीमर तकनीक के उपयोग से गड्ढे भरने के काम का निरीक्षण (सोर्स: एक्स@mieknathshinde)
ठाणे: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने मुंबई-नासिक हाईवे पर उन जगहों का निरीक्षण किया जहां गड्ढे या ट्रैफिक जाम हैं और संबंधित अधिकारियों को “लियो पॉलीमर तकनीक” का उपयोग करके तुरंत गड्ढे भरने के निर्देश दिए। सीएम शिंदे ने कहा कि मुंबई-नासिक हाईवे पर गड्ढे भरने के लिए “लियो पॉलीमर तकनीक” का उपयोग किया जाएगा क्योंकि यह तकनीक लंबे समय तक चलेगी।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शुक्रवार काे ठाणे-नासिक हाईवे पर खारेगांव से पडघा, तलवली से शाहपुर तक की सड़क का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने खुद जाकर सड़क पर गड्ढे भरने के संबंध में किए जा रहे काम का निरीक्षण किया। इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि ठाणे-नासिक की दूरी वर्तमान में सामान्य से अधिक समय ले रही है। इस सड़क पर पत्थर होने व यहां भारी वाहनों के आवागमन के कारण यह स्थिति उत्पन्न हुई है। मुख्यमंत्री ने सार्वजनिक निर्माण, महाराष्ट्र राज्य सड़क विकास प्राधिकरण, एमएमआरडीए, पुलिस संबंधित विभागों से बैठक की। इस दौरान भारी वाहनों को पार्किंग में खड़ा कर यातायात शुरू किया जाए। यातायात धीमा होने पर भारी वाहनों को छोड़ा जाएगा, ऐसी योजना बनाई गई है।
यावेळी खारीगांव पूल, साकेत पूल येथे तयार होत असलेल्या नवीन पुलाच्या कामाचा आढावा घेतला. त्यानंतर ठाणे-नाशिक महामार्गावर शहापूर जवळील तळवली गावापाशी सुरू असलेल्या खड्डे बुजवण्याचा कामांचा स्वतः आढावा घेतला. यावेळी जिओ पॉलिमर टेक्नोपॅचचा वापर करून हे खड्डे बुजवण्यात येत आहेत.… https://t.co/x654K6lFbm pic.twitter.com/oxrgm3PNyt
— Eknath Shinde – एकनाथ शिंदे (@mieknathshinde) August 9, 2024
इसी तरह जेएनपीटी से आने वाले वाहनों के संबंध में रायगढ़, ठाणे और पालघर तीनों जिलों के कलेक्टर, पुलिस आयुक्त और पुलिस अधीक्षक को इन वाहनों के संबंध में आवश्यक व्यवस्था करने के निर्देश दिए गए हैं। मानसून के दौरान पड़ने वाले गड्ढों में किसी भी तरह की निर्माण सामग्री नहीं बचती है। इसलिए इन गड्ढों को भरने के लिए एसएमसी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के इंजीनियरों ने “लियो पॉलीमर टेक्नोलॉजी” नामक तकनीक का इस्तेमाल किया है। इसमें फाइबर होता है। इससे भारी वाहन भी गुजर सकते हैं। इस हाईवे पर बड़े पैच को इस तकनीक से भरने का काम युद्ध स्तर पर चल रहा है। ठाणे-नासिक और नासिक-ठाणे रोड पर गड्ढे भरने का काम इसी तकनीक से किया जाएगा।
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इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने एसएमसी इंफ्रास्ट्रक्चर प्राइवेट लिमिटेड के सुहास मेहता और उनकी टीम को धन्यवाद दिया। उन्होंने संबंधितों को निर्देश देते हुए कहा कि इस काम में बाधा डालने वालों के खिलाफ आपराधिक कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि यह लाखों यात्रियों का मामला है। यह सड़क किसकी है, इसे कौन बना रहा है, यह काम कौन कर रहा है, यह महत्वपूर्ण नहीं है, लेकिन सभी को एक टीम के रूप में काम करना होगा और इस काम को पूरा करना होगा।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि हम जिंदल, वाशिंद, आसनगांव रेलवे ब्रिज जैसे सभी पुलों पर इस पद्धति का उपयोग करने जा रहे हैं। भिवंडी और मानकोली मार्गों पर गड्ढे भी भरे जाएंगे। भविष्य में, खडवली फाटा में एक पुल का निर्माण किया जाएगा, जिससे यहां यातायात की भीड़ भी कम हो जाएगी। इन सड़कों को अधिकतम जनशक्ति और यांत्रिक सामग्रियों का उपयोग करके जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश संबंधितों को दिए गए हैं।