
अंबरनाथ में वोट डालने पहुंचे मतदाता (फोटो नवभारत)
Ambernath Nagar Parishad Election News: अंबरनाथ नगर परिषद के आम चुनाव साढ़े दस वर्षों के लंबे इंतजार के बाद शनिवार को संपन्न हुए। मतदान के दौरान छिटपुट नोंकझोंक, धक्कामुक्की, कुछ केंद्रों पर ईवीएम मशीनों के बंद होने और मतदान से एक दिन पहले एक केंद्र पर मशीन में गड़बड़ी के आरोप जैसे मुद्दे सामने आए। इसके बावजूद शहर में कुल 60 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया।
चुनाव के दौरान मतदान केंद्रों सहित शहर के विभिन्न वार्डों में पुलिस का पुख्ता बंदोबस्त किया गया था। डीएसीपी सचिन गोरे के नेतृत्व में पुलिस बल तैनात रहा, जिससे किसी भी बड़ी अप्रिय घटना को रोका जा सका। कुछ स्थानों पर मामूली तनाव और बहस की खबरें जरूर आईं, लेकिन स्थिति जल्द ही नियंत्रण में ले ली गई।
मतदान समाप्त होते ही नगर परिषद अध्यक्ष पद के 8 उम्मीदवारों और नगरसेवक पद के 259 उम्मीदवारों का भविष्य ईवीएम में कैद हो गया। मतगणना रविवार सुबह शहर के पश्चिम स्थित महात्मा गांधी विद्यालय के हॉल में की जाएगी। सुबह 10 बजे से 29 वार्डों के लिए 29 टेबल पर मतों की गिनती शुरू होगी।
इस चुनाव में मतदाताओं ने पहली बार पैनल पद्धति से मतदान का अनुभव लिया। मतदाताओं ने कुल तीन वोट डाले, दो वोट पैनल के नगरसेवक पद के उम्मीदवारों के लिए और एक वोट सीधे नगर परिषद अध्यक्ष पद के उम्मीदवार के लिए। खास बात यह रही कि इस बार अध्यक्ष पद सामान्य वर्ग की महिला उम्मीदवार के लिए आरक्षित था, जिसके चलते विभिन्न राजनीतिक दलों की महिला उम्मीदवारों ने पूरे दमखम से चुनाव लड़ा।
अंबरनाथ नगर परिषद क्षेत्र में कुल 2,54,478 मतदाता थे, जिनमें 1,35,164 पुरुष, 1,19,292 महिलाएं और 22 अन्य मतदाता शामिल थे। इनके लिए कुल 276 मतदान केंद्र बनाए गए थे। चुनाव प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए 36 जोनल अधिकारियों सहित 1,621 कर्मचारियों ने ड्यूटी निभाई।
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शुक्रवार शाम अंबरनाथ पश्चिम स्थित साउथ इंडियन कॉलेज के मतदान केंद्र पर दो ईवीएम मशीनों से छेड़छाड़ का आरोप शिवसेना के नगरसेवक पद उम्मीदवार शैलेष भोईर ने लगाया। मामले की गंभीरता को देखते हुए सहायक चुनाव निर्णय अधिकारी उमाकांत गायकवाड़ ने अपनी टीम के साथ मौके का दौरा किया। शिवसेना के जिला प्रमुख गोपाल लांडगे और विधायक डॉ. बालाजी किणीकर ने भी केंद्र का निरीक्षण कर कहा कि किसी प्रकार की गड़बड़ी नहीं पाई गई।
वडवली और शिवनगर स्थित एमएमएम स्कूल में ईवीएम मशीनें बंद होने से कुछ समय के लिए मतदान प्रभावित हुआ। वहीं, कोहोज गांव के पैनल नंबर-2 में कांग्रेस और शिंदे शिवसेना समर्थकों के बीच तीखी नोंकझोंक की खबर सामने आई। हालांकि, प्रशासन के हस्तक्षेप से स्थिति जल्द सामान्य हो गई।






