बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े ‘हिजाब विवाद’ पर प्रतिक्रिया देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अबू तालिब और अन्य जानकारों ने इसे भारत का आंतरिक मामला बताया है। स्रोतों के अनुसार, कार्यकर्ताओं का मानना है कि 74 वर्ष की आयु होने के कारण मुख्यमंत्री संभवतः मानसिक थकान का अनुभव कर रहे हों, इसलिए उनके सचिवालय को ऐसी सार्वजनिक घटनाओं को रोकने के लिए अधिक सतर्क और सक्रिय होना चाहिए। यह मामला धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों (अनुच्छेद 27-28) से भी जुड़ा है, जिसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गलत प्रभाव पड़ सकता है।
अबू तालिब ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए क्योंकि भारत एक स्वस्थ और शांतिप्रिय लोकतंत्र है। उन्होंने डॉक्टर नुसरत परवीन से भावुक अपील की कि वे इस स्थिति के बावजूद अपनी नौकरी ज्वाइन करें ताकि वे भविष्य में अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन सकें। हालांकि इस घटना का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया जा रहा है, लेकिन कार्यकर्ताओं ने यह भी याद दिलाया कि नीतीश कुमार ने सदैव अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से जुड़े ‘हिजाब विवाद’ पर प्रतिक्रिया देते हुए सामाजिक कार्यकर्ता अबू तालिब और अन्य जानकारों ने इसे भारत का आंतरिक मामला बताया है। स्रोतों के अनुसार, कार्यकर्ताओं का मानना है कि 74 वर्ष की आयु होने के कारण मुख्यमंत्री संभवतः मानसिक थकान का अनुभव कर रहे हों, इसलिए उनके सचिवालय को ऐसी सार्वजनिक घटनाओं को रोकने के लिए अधिक सतर्क और सक्रिय होना चाहिए। यह मामला धार्मिक स्वतंत्रता के मौलिक अधिकारों (अनुच्छेद 27-28) से भी जुड़ा है, जिसका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गलत प्रभाव पड़ सकता है।
अबू तालिब ने स्पष्ट किया कि पाकिस्तान को इस मामले में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए क्योंकि भारत एक स्वस्थ और शांतिप्रिय लोकतंत्र है। उन्होंने डॉक्टर नुसरत परवीन से भावुक अपील की कि वे इस स्थिति के बावजूद अपनी नौकरी ज्वाइन करें ताकि वे भविष्य में अन्य महिलाओं के लिए प्रेरणा बन सकें। हालांकि इस घटना का लोकतांत्रिक तरीके से विरोध किया जा रहा है, लेकिन कार्यकर्ताओं ने यह भी याद दिलाया कि नीतीश कुमार ने सदैव अल्पसंख्यकों, दलितों और पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए हैं।






