
पुणे कांग्रेस (सौ. नवभारत )
Pune News In Hindi: तत्कालीन कांग्रेस की केंद्र सरकार ने अपने कार्यकाल के दौरान महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना (मनरेगा) जैसी जनहितकारी योजना शुरू की थी। लेकिन भारतीय जनता पार्टी नीत केंद्र सरकार इस योजना से महात्मा गांधी का नाम हटाने का प्रयास कर रही है।
साथ ही इस योजना के कई हितकारी प्रावधानों में बदलाव करने का निर्णय लिया गया है जो बेहद निंदनीय है। इसके विरोध में शुक्रवार को पुणे शहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से जिलाधिकारी कार्यालय के सामने विरोध प्रदर्शन किया गया।
इस मौके पर शहर अध्यक्ष अरविंद शिंदे ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के नाम पर शुरू की गई मनरेगा योजना सामाजिक न्याय और श्रम को सम्मान देने का कार्य करती है। महात्मा गांधी के नाम पर शुरू की गई इस योजना और इसके लाभकारी प्रावधानों में किसी भी प्रकार का बदलाव हम कदापि सहन नहीं करेंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा को ‘गांधी’ नाम से एलर्जी हो गई है।
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उन्हें नींद में भी गांधी ही दिखाई देते हैं। उन्हें लगता है कि गांधी का नाम बदलने से भाजपा का डर कम हो जाएगा लेकिन महात्मा गांधी के विचारों को पूरी दुनिया ने स्वीकार किया है। अरविंद शिंदे ने कहा कि एक ओर भाजपा सत्ता में बैठकर महात्मा गांधी के अहिंसा के विचारों को समाप्त कर ‘शांति’ जैसा नया कानून लागू कर रही है और देश की सुरक्षा को व्यापारियों के हाथों बेचने का काम कर रही है।






