
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: AI)
Sex-Sorted Semen In Dairy Business: पुणे जिले में दुग्ध व्यवसाय को अधिक उत्पादक, टिकाऊ और आर्थिक रूप से लाभकारी बनाने के उद्देश्य से पशुपालन क्षेत्र में आधुनिक तकनीकों का प्रभावी उपयोग शुरू किया गया है। इस प्रयास से किसानों को उत्पादन बढ़ाने और पालन-पोषण लागत कम करने में मदद मिल रही है।
इन तकनीकों में ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन’ विशेष रूप से दुग्ध उत्पादक किसानों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। इस तकनीक के माध्यम से गाय के बछड़े का लिंग पहले से निर्धारित किया जा सकता है, जिससे लगभग 10 प्रतिशत तक मादा बछड़े के जन्म की संभावना रहती है। दुग्ध व्यवसाय में मादा पशुओं का महत्व अधिक होने के कारण इस तकनीक से किसानों को बड़ा आर्थिक लाभ हो रहा है।
बढ़ती पालन-पोषण लागत और उच्च उत्पादन क्षमता वाले पशुओं की आवश्यकता को देखते हुए, अनावश्यक नर बछड़ों के पालन का बोझ कम करने के लिए यह तकनीक अत्यंत उपयोगी साबित हो रही है। इससे न केवल उत्पादन क्षमता बढ़ती है, बल्कि पशुपालकों की आर्थिक स्थिति में भी सुधार होता है।
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पुणे जिला परिषद के पशुपालन विभाग द्वारा इस आधुनिक तकनीक का व्यापक स्तर पर प्रसार किया जा रहा है। जिला नियोजन समिति की नवोन्मेषी योजना के अंतर्गत इसके लिए 50 लाख रुपये का निधि उपलब्ध कराया गया है।
जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गजानन पाटिल ने जिले के पशु पालकों और दुग्ध उत्पादक किसानों से अपील की है कि वे इस अवसर का अधिक से अधिक लाभ उठाएं। उन्होंने कहा कि किसानों को अपने नजदीकी पशु चिकित्सालय से संपर्क कर ‘सेक्स सॉर्टेड सीमेन’ तकनीक अपनाने की सलाह दी जाती है, ताकि दुग्ध व्यवसाय को अधिक लाभकारी और टिकाऊ बनाया जा सके।






