छगन भुजबल
पुणे/ मुंबई: कभी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) के बेहद करीबी माने जाने वाले नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) बगावत के बाद पूरी तरह से आक्रामक हो गए हैं। सोमवार को पुणे (Pune) में पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने अपने पूर्व बॉस पर निशाना साधा। जब पत्रकारों ने उनसे पूछा कि क्या बढ़ती उम्र को देखते हुए उन्हें भी राजनीति से रिटायर (Retire from Politics) हो जाना चाहिए। इस पर भुजबल ने कहा कि जब मेरा भतीजा मुझे राजनीति से रिटायर होने के लिए कहेगा तो मैं हो जाऊंगा।
हाल ही में पार्टी में फूट के बाद शरद पवार के भतीजे अजीत पवार ने कहा था कि अब बढ़ती उम्र को देखते हुए उनके चाचा को रिटायर हो जाना चाहिए। ऐसे में भुजबल ने भी शरद पवार को अपने भतीजे अजित की बात मानने की सलाह दी है। हाल ही में पवार ने भुजबल के चुनाव क्षेत्र येवला में जाकर पलटवार किया था। उन्होंने कहा कि यहां भुजबल को उम्मीदवार बनाना उनकी एक गलती थी। अगले चुनाव में पवार ने अपनी पार्टी की तरफ से नए उम्मीदवार को मैदान में उतारने का ऐलान किया है। दूसरी तरफ, भुजबल ने एक बार फिर यहां से चुनाव लड़ने के इरादे का ऐलान किया है।
जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या हिंदुत्व की बात करने वाले शिवसेना-बीजेपी गठबंधन सरकार में शामिल होने के बाद वे अपने विचारों को छोड़ देंगे, इसके जवाब में उन्होंने कहा कि मैं महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले की विचारधारा को नहीं छोड़ रहा हूं। मैं मंत्रालय में महात्मा फुले और सावित्रीबाई फुले की तस्वीर स्थापित करने का प्रयास कर रहा था, लेकिन आघाडी सरकार में मंत्री होने के बावजूद ऐसा नहीं हो सका, लेकिन जब मैंने सीएम शिंदे और डिप्टी सीएम फडणवीस से अनुरोध किया, तो डेढ़ महीने के भीतर यह संभव हो गया। भुजबल ने एक बार फिर दोहराया की विकास के मुद्दे पर हम लोगों ने इस सरकार में शामिल होने का फैसला किया है।
भुजबल ने विधायक रोहित पवार द्वारा की जा रही आलोचना का कड़ा जवाब दिया है। उन्होंने कहा कि पहले मैं विधायक बना, फिर मेयर और उसके चार महीने बाद रोहित पवार का जन्म हुआ। उन्हें इतिहास की जानकारी नहीं है। भुजबल ने कहा कि मैं कोई साधारण कार्यकर्ता बनकर शरद पवार के पास नहीं गया था। मैं एक शिवसेना नेता और विधायक था। हालांकि उन्होंने कहा वे रोहित की बातों को ज्यादा महत्व नहीं देते हैं, रोहित ने अपने एक बयान में भुजबल पर निशाना साधते हुए कहा है कि चार-पांच लोग अजित पवार को खलनायक बना रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि भुजबल के स्वागत समारोह के दौरान मैंने नासिक में बैनर देखा और उस पर अजित पवार की कोई तस्वीर नहीं थी। इसीलिए भुजबल ने अब रोहित पवार पर निशाना साधा।