कोंकण तट पर ऊंची लहरों की चेतावनी (सौजन्यः सोशल मीडिया)
पुणे: राज्य में अगले 24 घंटों के लिए रायगढ़, रत्नागिरी और पुणे घाट इलाकों में ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है और राज्य में बाढ़ की स्थिति नियंत्रण में है। राज्य आपातकालीन परिचालन केंद्र ने जानकारी दी है कि सतारा जिले के सज्जनगढ़ किला मार्ग पर भूस्खलन हुआ है और भूस्खलन को हटाने का काम जारी है। महाराष्ट्र में बीते 24 घंटे में मौसम ने ऐसा बदला कि कई ज़िलों में जनजीवन थम सा गया। आसमान में छाए काले बादल, गरजती बिजली, तेज़ हवाएं और मूसलधार बारिश पूरा राज्य मानो मानसून की चपेट में आ गया हो।
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने आज 23 जून को राज्य के 8 से अधिक ज़िलों में तेज़ बारिश, वज्रपात और बाढ़ जैसे हालात की चेतावनी जारी की है। पुणे, कोल्हापुर, नासिक, ठाणे, पालघर, मुंबई, रायगढ़ और सिंधुदुर्ग जैसे ज़िलों में सोमवार को सुबह से ही रुक-रुककर बारिश होती रही, लेकिन दोपहर 3 बजे के बाद हालात बिगड़ने लगे। हवा की रफ्तार 40-50 किमी/घंटा तक पहुंची, जिससे पेड़ उखड़ने और रास्तों पर जलभराव की घटनाएं सामने आईं।
रात 9 बजे तक की स्थिति में पुणे के कई इलाकों में 70 मिमी से अधिक वर्षा रिकॉर्ड की गई। मुंबई में अंधेरी, मलाड और कुर्ला जैसे क्षेत्रों में जलजमाव से ट्रैफिक ठप हो गया। नासिक में आकाशीय बिजली गिरने से 2 लोगों की मौत, 3 घायल हो गये।
कोल्हापुर में पंचगंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार, आगामी 12 घंटे सबसे संवेदनशील हैं। रात 11 बजे से सुबह 5 बजे तक कई इलाकों में भारी से अति-भारी बारिश, तेज़ बिजली की गर्जना और संभावित आंधी की संभावना जताई गई है। इसके तहत पुणे, रायगढ़ और कोंकण क्षेत्र के लिए ‘ऑरेंज अलर्ट’ और मुंबई व ठाणे के लिए ‘येलो अलर्ट’ घोषित किया गया है।
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राज्य के 25 से अधिक छोटे-बड़े जलाशयों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। मुंबई के तुलसी और विहार झील में पिछले 3 वर्षों की तुलना में सबसे तेज़ भराव दर्ज किया गया है। नासिक और पुणे ज़िलों में कई नदियों का पानी रिहायशी इलाकों की ओर बढ़ रहा है।
एनडीआरएफ और आपदा प्रबंधन दलों को अलर्ट पर रखा गया है। कई स्कूलों ने मंगलवार के लिए छुट्टी घोषित कर दी है। रेलवे और बस सेवा पर भी बारिश का असर साफ देखा जा रहा है। मुंबई लोकल ट्रेनें देरी से चल रही हैं, जबकि पुणे में कुछ मार्गों पर बसें अस्थायी रूप से बंद कर दी गई हैं।
वहीं जनता से अपील की है की, अनावश्यक यात्रा से बचें, ऊंचे स्थानों पर शरण लें और बिजली की गर्जना के समय मोबाइल, तार, पोल से दूर रहेंने की बात कही है। महाराष्ट्र इस वक्त गंभीर परिस्थितियों से जूझ रहा है। अगले 24 घंटे अहम हैं और यदि सावधानी न बरती गई तो हालात और बिगड़ सकते हैं। हर नागरिक की जिम्मेदारी है कि वह सतर्क रहे, अफवाहों से बचें और संकट की घड़ी में प्रशासन का साथ दें।