
नासिक में ब्लाइंड मर्डर केस सुलझा
Nashik Murder Case: नासिक तहसील पुलिस स्टेशन में 29 नवंबर को दर्ज एक सनसनीखेज हत्या के ब्लाइंड केस को पुलिस ने कुशलता से सुलझा लिया है। गोवर्धन इलाके स्थित फांसी के डोंगर के पास एक सुनसान स्थान पर अज्ञात व्यक्ति को ले जाकर धारदार हथियार से सिर, चेहरे और पैरों पर वार कर गंभीर रूप से घायल किया गया था, जिसके बाद उसकी हत्या कर दी गई। घटनास्थल पर खून सूख जाने के कारण मृतक की पहचान मुश्किल हो रही थी, लेकिन पुलिस की सतर्क जांच से आखिरकार मामले का पर्दाफाश हो गया।
एसडीपीओ वासुदेव देसले के मार्गदर्शन में नासिक तहसील पुलिस स्टेशन की पुलिस निरीक्षक मृदुला नाइक ने तत्काल दो जांच दल गठित किए। इन टीमों को अंबड और सातपुर एमआईडीसी क्षेत्र में सीसीटीवी फुटेज खंगालने, कंपनियों के प्रबंधन से संपर्क करने तथा निर्माण स्थलों पर कार्यरत बाहरी मजदूरों के बीच मृतक की पहचान कराने की जिम्मेदारी सौंपी गई। 29 नवंबर को जांच टीम ने एमआईडीसी क्षेत्र की विभिन्न कंपनियों को मृतक की तस्वीरें भेजीं।
इसी क्रम में ऋषिकेश अनिल पांडे (निवासी सातपुर) ने घटनास्थल पर पहुंचकर शव की पहचान अरविंद उर्फ पप्पू पशुपतिनाथ पांडे (उम्र 40, वर्तमान निवासी सातपुर, मूल निवासी बड़कीस नदिया, जिला भोजपुर, बिहार) के रूप में की। मृतक की पहचान होने के बाद पुलिस ने जांच को और तेज किया। पुलिस को गुप्त सूचना मिली कि मृतक 28 नवंबर 2025 की रात शराब पी रहा था। इसके बाद इलाके की शराब दुकानों के सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए। फुटेज में मृतक को मंजय पंडित और धर्मेंद्र पंडित (दोनों निवासी बिहार) के साथ शराब पीने के बाद मोटरसाइकिल पर जाते हुए देखा गया।
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पुख्ता जानकारी मिलने के बाद पुलिस निरीक्षक ने मुखबिरों के माध्यम से मुख्य आरोपी मंजय केशव पंडित का पूरा पता जुटाया और तत्काल एक जांच टीम को बिहार रवाना किया। टीम ने दिन-रात मेहनत कर आरोपी को उसके घर से हिरासत में ले लिया। कोर्ट ने आरोपी को सात दिन की पुलिस कस्टडी में भेज दिया है। पुलिस ने आरोपी के पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया चाकू, मोटरसाइकिल और खून से सने कपड़े भी बरामद किए हैं।






