
कॉन्सेप्ट फोटो (डिजाइन)
Shiv Sena Victory In Nashik: महाराष्ट्र निकाय चुनावों में जहां भाजपा राज्य स्तर पर अग्रणी रही, वहीं नासिक जिले में उसे करारी हार का सामना करना पड़ा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने यहां 5 सीटों पर शानदार जीत दर्ज की है, जबकि भाजपा और अजित पवार की एनसीपी 3-3 सीटों पर सिमट गई।
महाराष्ट्र नगर पंचायत और नगर परिषद के नतीजों ने नासिक जिले में सत्ता के नए समीकरण पेश किए हैं। भाजपा ने इस जिले की जिम्मेदारी अपने ‘संकटमोचक’ कहे जाने वाले नेता गिरीश महाजन को सौंपी थी, लेकिन वे पार्टी को जीत दिलाने में विफल रहे। जिले में देवेंद्र फडणवीस की सभाएं भी कम हुईं, जिसका सीधा असर परिणामों पर पड़ा। 2027 में होने वाले कुंभ मेले से ठीक पहले भाजपा के लिए यह हार एक बड़ा राजनीतिक झटका मानी जा रही है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के लिए त्र्यंबकेश्वर म्युनिसिपल काउंसिल की जीत सबसे गौरवपूर्ण रही। कुंभ मेले का केंद्र होने के कारण भाजपा यहाँ सत्ता पाने के लिए बेताब थी, लेकिन शिंदे की रणनीति के आगे वे टिक नहीं पाए। इसी तरह इगतपुरी में भी शिंदे गुट ने जीत का परचम लहराया।
शिंदे ने चुनाव प्रचार के दौरान रोजगार और विकास का बड़ा दांव खेला था। उन्होंने वादा किया कि इगतपुरी को महाबलेश्वर की तर्ज पर पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाएगा। साथ ही, उन्होंने अदवान में महिंद्रा कंपनी का प्लांट लाने और बेरोजगारी खत्म करने का आश्वासन दिया, जो मतदाताओं को लुभाने में सफल रहा।
अजित पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) ने भगूर नगर परिषद में ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। यहां पिछले 25 वर्षों से शिवसेना का वर्चस्व था, जिसे एनसीपी ने इस बार तोड़ दिया। इसके अलावा, छगन भुजबल के प्रभाव वाले क्षेत्र येवला और माणिकराव कोकाटे के क्षेत्र सिन्नर में भी राकांपा ने अपनी पकड़ मजबूत रखी और बड़ी सफलता हासिल की। भाजपा ने सिन्नर में अपनी पहचान बनाने की कोशिश की थी, लेकिन वह बेअसर रही।
यह भी पढ़ें:- Malvan Nagar Parishad Result: मालवण में नीलेश बनाम नितेश राणे की जंग, किसकी हुई जीत, किसे मिली हार?






