इंजीनियर युवती ने की आत्महत्या। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: आजकल युवाओं में तनाव की समस्या सबसे ज्यादा गंभीर होती जा रही है। विभिन्न वजहों से यह तनाव उन्हें बेचैन कर देता है, जिसके कारण कम उम्र में ही युवा वर्ग डिप्रेशन के शिकार होने लगे हैं। खासतौर से काम करने वाले युवा, यानी जो नौकरी कर रहे हैं, उनके अंदर ठहराव, लगन और काम के लिए पैशन बहुत कम होता जा रहा है। वहीं, सोशल मीडिया का उपयोग और जरा-जरा सी बातों पर स्ट्रेस लेने लगते हैं।
इसी दौरान कोई न कोई वजह बताकर आज का युवा वर्ग खुदकुशी का बड़ा फैसला ले रहा है। अपने डिप्रेशन को कम करने के लिए परिजनों की मदद भी लेने की सोच वह नहीं देख रहे हैं। ऐसा ही एक नया मामला मानकापूर थाना क्षेत्र में बुधवार को सामने आया, जिसमें 28 साल की इंजीनियर युवती ने सुसाइड लेटर लिखकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
सूत्रों के अनुसार, युवती ने अपने सुसाइड लेटर में लिखा कि, ‘मैंने धर्म को लेकर कोई टिप्पणी नहीं की है। कोई एआई टूल्स का उपयोग कर मेरे फेक वीडियो बनाकर साजिश के तहत मुझे फंसा रहा है। मेरा मोबाइल भी इंदौर एयरपोर्ट से चोरी हुआ है। पुलिस मेरी कोई मदद नहीं कर रही है।’ इस वाकये का सुसाइड नोट छोड़कर अभियंता युवती ने मानकापुर स्थित निवास स्थान पर फांसी लगाकर मौत को गले लगाया। बरामद सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस मामले की जांच पड़ताल कर रही है। मृतक अभियंता युवती का नाम वैशाली सिद्धार्थ खडसे (28, मानकापुर) है।
सूत्रों ने जानकारी दी है कि वैशाली पुणे के किसी कंपनी में बतौर अभियंता थी। करीब पंद्रह दिन पहले वह नागपुर आई। उसे मां नहीं है। पिता और भाई-भाभी के साथ रह रही थी। भाई पत्नी के साथ ससुराल गया हुआ था। घर में वैशाली और उसके पिता ही थे। मंगलवार की सुबह करीब 11 बजे के दौरान उसने पिता को फराली नाश्ता लाने बाहर भेजा। मौका मिलते ही वैशाली ने फांसी लगा ली। इसके बाद वैशाली की मौत हो गई।
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पुलिस और परिजनों के हाथ वैशाली के लिखे हुए कुछ नोट लगे हैं, जो कि अंग्रेजी और मराठी में हैं। बहन को लिखी चिट्ठी में उसने रितेश और प्रतिम नामक दो भाइयों को अपनी मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया है। यह भी कहा है कि उसकी रूममेट ने उसे उसकी हत्या करने की धमकी दी है। नोट में किए गए उल्लेख से कहा गया है कि 5 मार्च को इंदौर एयरपोर्ट से उसका मोबाइल चोरी हुआ है। उसने पुलिस में शिकायत लिखनी चाही, लेकिन मोबाइल का बिल नहीं होने से पुलिस ने शिकायत दर्ज नहीं की है।
उसमें यह भी कहा गया है कि उसने किसी भी धर्म के बारे में कोई टिप्पणी नहीं की है। कोई हमशक्ल लड़की की मदद से कुछ लोग उसके नाम से फेक वीडियो बनाकर उसे फंसाना चाहते हैं। परिजनों का कहना है कि वैशाली प्रयागराज से कोयंबटूर गई थी। जब से वह घर में आई है, तब से किसी मानसिक दबाव में देखी जा रही थी। इस बारे में उसने किसी से कोई बात नहीं की थी, लेकिन किसी के हाथ से बना हुआ खाना नहीं खाती थी। खुद का भोजन खुद बनाती थी, अन्यथा भूखी रहती थी। घटना को लेकर मानकापुर पुलिस ने यह कहकर चुप्पी साध ली है कि मामले की जांच पड़ताल जारी है।