नागपुर में क्राइम ब्रांच ने 907 ग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स के साथ मनपा कर्मचारी सहित तीन को किया गिरफ्तार (नवभारत फोटो)
नागपुर: क्राइम ब्रांच की एनडीपीएस सेल ने गोपनीय जानकारी के आधार पर जाल बिछाकर बड़े ड्रग विक्रेता को साथियों के साथ दबोचा। आरोपियों के पास से 907 ग्राम मेफेड्रोन ड्रग्स जब्त की गई। आश्चर्य की बात ये है कि महानगरपालिका का कर्मचारी इतनी बड़ी मात्रा में ड्रग्स का धंधा कर रहा था। पुलिस ने 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में राजेंद्रनगर झोपड़पट्टी, आंबेडकर चौक निवासी कपिल गंगाधर खोब्रागड़े (40), नंदनवन झोपड़पट्टी निवासी राकेश अनंतराव गिरी (31) और ओल्ड बगड़गंज निवासी अक्षय बंडू वंजारी (25) का समावेश हैं।
इस मामले में 5 आरोपी फरार बताए जा रहे है, जिनमें ताजनगर टेकानाका निवासी मकसूद अमीनुद्दिन मलिक, सारंगपुर एमपी निवासी सोहेल, हिवरीनगर निवासी गोलू बोरकर, हिंगना निवासी अक्षय बोबड़े और अल्लारखा का समावेश है।
जानकारी मिली है कि मकसूद शहर के बड़े ड्रग्स विक्रेताओं में से एक है। उसके खिलाफ 14 मामले दर्ज हैं, जिसमें से 5 ड्रग्स बिक्री के लिए दर्ज है। कपिल भी पहले नशीले पदार्थ बेचने के मामले में पकड़ा गया था लेकिन तब ज्यादा मात्रा में ड्रग्स नहीं मिली थी। राकेश और अक्षय पर भी आपराधिक मामले दर्ज है। पुलिस को जानकारी मिली थी कि मनपा के नेहरू नगर जोन में स्वास्थ्य विभाग का सुपरवाइजर कपिल अपराधियों की मदद से ड्रग्स बिक्री के धंधे में सक्रिय हो गया है। लगातार पुलिस उसपर निगरानी कर रही थी।
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मंगलवार देर रात पुलिस को खबर मिली कि कपिल किसी को माल देने के लिए हिवरीनगर में लोहाना समाज भवन के पास आने वाला है। खबर के आधार पर पुलिस ने परिसर में जाल बिछाया। कपिल अपने साथी अक्षय और राकेश को माल देने पहुंचा। लेन-देन के समय ही पुलिस ने उन्हें दबोच लिया। जांच करने पर 90।70 लाख रुपये की मेफेड्रोन ड्रग्स बरामद हुई। उन्हें गिरफ्तार कर नंदनवन थाने में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया।
पूछताछ में कपिल ने बताया कि वह टेका के मकसूद से माल खरीदता है। इस रैकेट में सोहेल, गोलू, अक्षय और अल्लारखा भी शामिल है। पुलिस ने उन्हें भी आरोपी बनाकर तलाश शुरु कर दी है। मकसूद लंबे समय से ड्रग्स के धंधे में सक्रिय है। कम समय में ही उसे बेल मिल जाती है और जमानत पर बाहर आते ही वह धंधे सक्रिय हो जाता है। यह कार्रवाई इंस्पेक्टर गजानन गुल्हाने, हेड कांस्टेबल मनोज नेवारे, पवन गजभिये, शैलेश डोबोले, रोहित काले, राहुल पाटिल, शेषराव रेवतकर, सुभाष गजभिये और सहदेव चिखले ने की।
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