नेवी नगर राइफल चोरी का मामला (pic credit; social media)
Navy Nagar Rifle Theft Case: नेवी नगर में हुई राइफल चोरी मामले में गिरफ्तारी के बाद आरोपियों के बयानों ने सनसनी फैला दी है। राकेश दुबुला (22) और उनके बड़े भाई उमेश दुबुला (25) ने इंसास राइफल और मैगजीन चोरी करने की बात स्वीकार की है। उन्होंने खुलासा किया कि चोरी का मकसद गांव में ‘स्टेटस सिंबल’ स्थापित करना, जबरन वसूली और डकैती करना था ताकि ग्रामीण प्रभावित हों।
उमेश ने बताया कि वह ठेकेदारों से पैसे वसूलता था और राइफल का डर दिखाकर डकैती करता था। पुलिस इस मामले में नक्सली संबंधों सहित सभी पहलुओं की जांच कर रही है, लेकिन अभी तक कोई ठोस सबूत नहीं मिला है।
घटना के दौरान ड्यूटी पर मौजूद नाविक आलोक सिंह से पूछताछ जारी है। जांच में अभी तक उसे क्लीन चिट नहीं मिली है। आरोपियों और आलोक की एक साथ खींची गई तस्वीरे बरामद की गई हैं, जो दिखाती हैं कि वे एक-दूसरे को जानते थे। हालांकि, आलोक ने शुरुआती शिकायत में कहा था कि वह 6 सितंबर को आए अज्ञात व्यक्ति को नहीं जानता था, जिसने उनके वरिष्ठों द्वारा भेजे गए प्रतिस्थापन के रूप में राइफल और मैगजीन छीन ली।
अधिकारी ने बताया कि आरोपियों के बयानों पर पूरी तरह भरोसा नहीं किया जा रहा है और जांच अभी भी जारी है। पुलिस उमेश और राकेश के कॉल रिकॉर्ड, सोशल मीडिया गतिविधियों और उनके गृह जिले, तेलंगाना के नक्सल प्रभावित कुमुराम भीम आसिफाबाद में पिछली गतिविधियों की भी जाँच कर रही है।
जांचकर्ताओं का कहना है कि अभी कई पहलू अस्पष्ट हैं और डकैती के इरादे तथा नाविक की भूमिका को लेकर सभी संभावनाओं पर गहन नजर रखी जा रही है। पुलिस इस मामले में किसी भी जल्दबाजी से बचते हुए ठोस सबूतों के आधार पर कार्रवाई करना चाहती है। इस घटना ने क्षेत्र में सुरक्षा और ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं।