कल्याण के व्यावसायिक क्षेत्र में 26 घंटे से बिजली गुल (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mumbai News: कल्याण पश्चिम में छत्रपति शिवाजी महाराज चौक से पुष्पराज होटल मार्ग तक का व्यावसायिक इलाका गुरुवार शाम से 27 घंटे तक अंधेरे में डूबा रहा। विद्युत लाइन में अचानक खराबी के कारण गुरुवार शाम को बिजली आपूर्ति बंद हो गई थी और शुक्रवार दोपहर 5 बजे तक भी बिजली आपूर्ति बहाल नहीं हो पाई थी। त्योहारी सीजन में बिजली आपूर्ति बंद होने से व्यापारियों में रोष फैल गया और उन्होंने अचानक अपनी दुकानें बंद करके अपना गुस्सा जाहिर किया। हालांकि, पूर्व विधायक नरेंद्र पवार तुरंत मौके पर पहुँचे और महावितरण, केडीएसएमआई और यातायात पुलिस अधिकारियों से बातचीत के बाद बिजली सुचार रूप से चालू हो सकी।
गणेश चतुर्थी उत्सव के दौरान बिजली गुल होने से यहां के व्यापारी समुदाय ने एकजुट होकर अपनी दुकानें बंद कर महावितरण प्रशासन के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों का कहना है कि, “हर साल लाखों-करोड़ों रुपये के बिजली बिल चुकाने के बावजूद, हमें महावितरण से उचित सेवा नहीं मिलती। हर बार अधिकारी गोलमोल जवाब देते हैं और हमसे टोल वसूलते हैं। इससे हमें नुकसान उठाना पड़ता है।” त्योहारी सीजन में दुकानदारों को बिक्री से अच्छी खासी कमाई की उम्मीद होती है।
लेकिन 27 घंटे बिजली गुल रहने से कारोबार ठप हो गया। कुछ व्यापारियों की दुकानों में रखी मिठाई, डेयरी उत्पाद आदि की भी बिक्री प्रभावित हुई। व्यापारियों ने सीधे तौर पर महावितरण पर लापरवाही का आरोप लगाया। कल्याण पश्चिम के पूर्व विधायक नरेंद्र पवार को जैसे ही व्यापारियों द्वारा अपनी दुकानें बंद करने की सूचना मिली, वे तुरंत मौके पर पहुंच गए। उन्होंने गुस्साए व्यापारियों से मुलाकात की और उनकी शिकायतें सुनीं। इसके बाद, उन्होंने महावितरण के अधिकारियों से संपर्क किया और उन्हें तुरंत बिजली लाइन की मरम्मत शुरू करने का सुझाव दिया।
इतना ही नहीं, नरेंद्र पवार ने महावितरण के प्रति अपनी नाराज़गी को कड़े शब्दों में व्यक्त किया और कहा कि महीने पहले केडीएमसी प्रशासन को नई बिजली लाइन बिछाने के काम के लिए सड़क खोदने का आवेदन दिया था। हालांकि, महावितरण के अधिकारियों ने पवार को बताया कि उन्हें अभी तक यह अनुमति नहीं मिली है।
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पवार ने केडीएमसी नगर अभियंता और निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंता से संपर्क कर महावितरण से तुरंत यह अनुमति देने का अनुरोध किया। पवार ने यातायात पुलिस से भी संपर्क कर इस गंभीर समस्या से अवगत कराया और उनसे इस कार्य को पूरा करने में सहयोग करने का अनुरोध किया। व्यापारी समुदाय ने पवार की अपील पर सकारात्मक प्रतिक्रिया दी और अपना बंद वापस ले लिया और अपनी दुकानें फिर से खोल दीं। लगभग 27 घंटे बाद लाईट आई जिसके बाद व्यापारियों ने राहत की सास ली।
(एजेंसी इनपुट के साथ)