गहने चोर गिरोह का भंडाफोड़ (pic credit; social media)
Maharashtra News: मेघवाड़ी पुलिस ने गहनों की चोरी और धोखाधड़ी करने वाले एक सक्रिय गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह का तरीका बेहद चौंकाने वाला था—ये लोग सड़क पर चलती महिलाओं, खासकर बुजुर्गों को मीठी-मीठी बातों में फंसाकर उनके सोने के गहने हड़प लेते थे। पुलिस ने इस मामले में एक महिला समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपियों के नाम लता बाबूनाथ काले और बापू रमेश पवार उर्फ आकाश बताए गए हैं। खास बात यह है कि लता, बापू की सास हैं।
वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक सुधाकर हुंबे ने जानकारी दी कि बापू पवार आदतन अपराधी है और उसके खिलाफ पहले से ही 25 से ज्यादा धोखाधड़ी और ठगी के मामले दर्ज हैं। अदालत ने दोनों आरोपियों को पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
यह मामला 21 अगस्त का है। मेघवाड़ी इलाके की रहने वाली 75 वर्षीय महिला सुरेखा सुरेश मयेकर रोज की तरह कचरा फेंकने घर से बाहर निकली थीं। तभी तीन अज्ञात लोग उनसे बातचीत करने लगे। उन्होंने उन्हें बिस्कुट और 200 रुपये देकर विश्वास में लिया और फिर आर्थिक मदद का झांसा देकर उनके गहने उतरवा लिए। थोड़ी देर में महिला को गुमराह कर आरोपी करीब ढाई लाख रुपये के गहने लेकर फरार हो गए।
घटना का एहसास होने पर सुरेखा मयेकर ने मेघवाड़ी पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई। मामला गंभीर देखते हुए वरिष्ठ अधिकारियों ने तुरंत सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए। पुलिस हवलदार विशाल पिसल की अगुवाई में जांच शुरू की गई। टीम ने पचास से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले और तकनीकी जांच की। इसी आधार पर पुलिस ने भांडुप के टेम्भीपाड़ा इलाके से बापू पवार को धर दबोचा।
पूछताछ में बापू ने जुर्म कबूल किया और बताया कि उसने सुरेखा मयेकर के गहने चुराए और अपने साथियों की मदद से भाग निकला। पुलिस ने बाद में उसकी सास लता काले को भी गिरफ्तार किया।
पुलिस का कहना है कि इस तरह के गिरोह मुंबई शहर में सक्रिय हैं और बुजुर्ग महिलाएं इनका आसान निशाना बनती हैं। अधिकारियों ने नागरिकों से सतर्क रहने और अजनबियों की बातों में न आने की अपील की है।