बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी मीटिंग (pic credit; social media)
Maharashtra News: मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मुंबई के आजाद मैदान में पिछले चार दिनों से मनोज जरांगे पाटिल आमरण अनशन पर बैठे हैं। आंदोलन में लगातार भीड़ बढ़ रही है और बड़ी संख्या में मराठा समुदाय के लोग पहुंच रहे हैं। इस बीच नागरिक सुविधाओं को लेकर कुछ मतभेद सामने आए, जिन पर चर्चा करने के लिए सोमवार को आंदोलनकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने बीएमसी आयुक्त भूषण गगरानी से मुलाकात की।
बीएमसी मुख्यालय में हुई इस बैठक में आंदोलनकारियों ने पेयजल, शौचालय और साफ-सफाई जैसी बुनियादी जरूरतों को लेकर अपनी बातें सामने रखीं। भारी भीड़ की मौजूदगी से दक्षिण मुंबई की नागरिक सेवाओं, यातायात, स्वास्थ्य सुविधाओं, जीवन आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति, माल ढुलाई और विद्यार्थियों तथा कामकाजी लोगों के आवागमन पर असर पड़ रहा है। ऐसे में आंदोलन और व्यवस्था दोनों को सुचारू बनाए रखने की दिशा में चर्चा जरूरी मानी गई।
आयुक्त भूषण गगरानी ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वासन दिया कि उनके सुझावों और मांगों पर गंभीरता से विचार किया जाएगा और आवश्यक कार्यवाही की जाएगी। बैठक में मनपा के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
बैठक के दौरान मनपा उपायुक्त (जोन 1) चंदा जाधव ने एक प्रस्तुतीकरण दिया, जिसमें आंदोलनकारियों के लिए बीएमसी द्वारा उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं की विस्तृत जानकारी साझा की गई। प्रतिनिधिमंडल और बीएमसी अधिकारियों के बीच यह सहमति बनी कि उचित समन्वय और संवाद जारी रहना चाहिए।
सभी पक्षों ने इस बात पर जोर दिया कि आंदोलन के दौरान किसी भी प्रकार की अफवाह न फैले। इसके लिए आंदोलनकारियों और बीएमसी अधिकारियों के बीच नाम और संपर्क नंबरों का आदान-प्रदान किया गया, ताकि किसी भी समस्या का तुरंत समाधान निकाला जा सके।
आजाद मैदान में 29 अगस्त से चल रहे इस आंदोलन पर पूरे शहर की नजर है। प्रशासन का प्रयास है कि आंदोलन शांतिपूर्ण ढंग से चलता रहे और आम नागरिकों को कम से कम असुविधा हो।