मुंबई के गणेश मंडल द्वारा बनाई गई विवेकानंद रॉक मेमोरियल की प्रतिकृति
मुंबई: आज यानी 7 सितंबर से गणेशोत्सव की शुरूआत हो गई। महाराष्ट्र में गणेशोत्सव को बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। मुंबई शहर में लालबाग के राजा नाम से प्रसिद्ध भगवान गणेश की प्रतिमा के दर्शन के लिए दूर-दूर से भक्त आते हैं। पूरे महाराष्ट्र में गणेश पंडालों को खास तरीके से सजाया जाता है। पिछले कुछ सालों में पंडालों को नई-नई थीम पर बनाया जाता हैं, जिसे देखने के लिए भी लोगों को हुजूम उमड़ता है। इस बार मुंबई के एक गणेश पंडाल को खास तरीके से बनाया गया है।
मुंबई के एक गणेश मंडल ने शनिवार से शुरू हुए गणेश उत्सव के तहत तमिलनाडु के कन्याकुमारी में स्थित ‘विवेकानंद रॉक मेमोरियल’ की 52 फुट की प्रतिकृति बनाई है जो स्वामी विवेकानंद को समर्पित है। बांद्रा पश्चिम सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल ने जनता के दर्शन के लिए यह प्रतिकृति बनाई है। यह मंडल प्रमुख पूजा स्थलों की हूबहू प्रतिकृतियां बनाने के लिए जाना जाता है।
पिछले साल इस गणेशोत्सव मंडल ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर की प्रतिकृति बनाई थी। इससे पहले केदारनाथ मंदिर, महाराष्ट्र के भगवान विट्ठल मंदिर, शिरडी के पशुपतिनाथ मंदिर और साईं समाधि मंदिर, गोवा के श्री मंगेश मंदिर की प्रतिकृतियां बनाई गई थीं।
मुंबई के गणेश मंडल द्वारा बनाई गई विवेकानंद रॉक मेमोरियल की प्रतिकृति
मुंबई भाजपा अध्यक्ष और विधायक आशीष शेलार (जो इस मंडल के मुख्य सलाहकार हैं) ने कहा, “इस वर्ष मंडल ने प्रसिद्ध विवेकानंद रॉक मेमोरियल का पुनर्निर्माण किया है। हैदराबाद से विशेष लैंप लाए गए हैं जो युवाओं के लिए आकर्षण का केंद्र होंगे।” इस वर्ष मंडल अपना 29वां वर्ष मना रहा है।
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विवेकानंद रॉक मेमोरियल कन्याकुमारी के वावथुराई मुख्य भूमि पर स्थित एक स्मारक और लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण है। यह भारत के दक्षिणी सिरे से लगभग 500 मीटर की दूरी पर स्थित दो चट्टानों में से एक पर स्थित है। 1970 में विवेकानंद स्मारक समिति ने स्वामी विवेकानंद के सम्मान में स्मारक का निर्माण किया। कहा जाता है कि उन्होंने दिसंबर 1892 के आसपास इन चट्टानों पर ध्यान करते हुए ज्ञान प्राप्त किया था।
(एजेंसी इनपुट के साथ)