राजारामबापू का सम्मान, जयंत पाटिल पर करें वार (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Mumbai News: जत विधानसभा क्षेत्र के बीजेपी विधायक गोपीचंद पडलकर का विवादों से पुराना नाता रहा है। अपने विवादित बयानों के कारण पडलकर अक्सर सुर्खियों में घिर जाते हैं। पडलकर ने पिछले दिनों राकां शरदचंद्र पवार पार्टी के वरिष्ठ नेता जयंत पाटिल के पिता का उल्लेख करते हुए विवादित बयान दिया था। इस पर खुद शरद पवार ने नाराजगी व्यक्त करते हुए फडणवीस से शिकायत की थी, लेकिन बीजेपी के वरिष्ठ नेता व कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने पडलकर को उनके कथित बयान के लिए अजीब सलाह दी है। पडलकर को दी गई पाटिल की सलाह शनिवार को मीडिया में चर्चा का विषय बन गईं।
सलाह सांगली के पालक मंत्री और उच्च और तकनीकी शिक्षा मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने कहा कि पडलकर, आपका खून थोड़ा गर्म है लेकिन थोड़ा सोच-समझ कर चलना चाहिए थे। आप राजारामबापू पाटिल की प्रतिमा को प्रणाम किया करें और जयंत पाटिल पर शब्द बाण चलाते रहें।
जयंत पाटिल के भ्रष्टाचार के खिलाफ बोलें लेकिन उनके माता-पिता के बारे में न बोलें। गौरतलब हो कि जयंत पाटिल के पिता राजाराम बापू के संदर्भ में दिए गए पडलकर के आपत्तिजनक बयान की हर स्तर पर निंदा की गई थी। सांगली में ‘महाराष्ट्र संस्कृति’ की दुहाई देते हुए महाविकास आघाड़ी ने पडलकर के खिलाफ एक मार्च भी निकाला था। मार्च में सांगली जिला बैंक के अध्यक्ष ने आपत्तिजनक भाषण दिया। इस मार्च को माध्यम बनाकर चंद्रकांत पाटिल ने पडलकर को सलाह देते हुए जयंत पाटिल और राकां शरदचंद्र पवार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष शशिकांत शिंदे पर निशाना साधा।
चंद्रकांत पाटिल ने शशिकांत शिंदे को चेतावनी देते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री फडणवीस से वाशी बाजार में हुए भ्रष्टाचार की जांच शुरू करने की मांग करेंगे। उन्होंने कहा कि सांगली जिला बैंक के कूप्रबंधन की तुरंत जांच होनी चाहिए। जब तक बैंक की जांच नहीं हो जाती, मैं अनशन करूंगा। यदि मेरा मंत्री पद इसमें आड़े आता है, तो मैं सीएम देवेंद्र से मेरा मंत्री पद वापस लेने को कहूंगा। उन्होंने कहा कि जिला बैंक में कर्मचारियों की भर्ती की जांच होनी चाहिए।
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बिना गिरवी रखे बढ़े हुए ऋण देने की जांच होनी चाहिए। सर्वोदय कारखाना किसने हड़पा? राजाराम बापू पाटिल से हमारी कोई दुश्मनी नहीं है। हम उनका सम्मान करते हैं। लेकिन, जब कोई वित्त मंत्री था, तब ऑनलाइन लॉटरी घोटाला हुआ और देवेंद्र फडणवीस की कृपा से उसे दबा दिया गया। चंद्रकांत पाटिल ने एक तरह से जयंत पाटिल को चेतावनी देते हुए कहा है कि ऑनलाइन लॉटरी घोटाले की जांच शुरू हो सकती है।