हाथियों ने किए नुकसान की जानकारी लेने ताडगुडा पहुंचे सांसद (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Gadchiroli District: पिछले पांच दिनों से कुरखेड़ा तहसील के वनक्षेत्र में विचरण कर रहे जंगली हाथियों ने धान की फसल को निशाना बनाना शुरू किया है। रात होते ही झुंड के हाथी किसी न किसी गांव से सटे खेत में प्रवेश कर धान की फसल को अपने पैरों तले रौंद रहे है। रविवार की रात जंगली हाथियों ने सोनसरी गांव के खेतों में प्रवेश करते हुए एक के बाद एक सहित कुल 13 किसानों के खेत में लहलहा रही धान की फसल को तहस-नहस कर दिया। इस घटना से संबंधित किसानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा।
जानकारी के अनुसार जंगली हाथियों का झुंड कुछ दिनों से कुरखेड़ा तहसील में मौजूद है। वर्तमान में खरीफ सत्र शुरू होकर किसानों ने रोपाई का कार्य निपटा लिया है। खेत में धान की फसल अब लहलहा रही है। इसी बीच जंगली हाथियों का झुंड खेत में पहुंचकर किसानों की मेहनत पर पानी फेरने का कार्य कर रहा है। रविवार की रात जंगली हाथियों ने सोनसरी गांव के 13 किसानों की फसल को तबाह कर दिया।
जिसमें पुंडलिक शिवनकर, केशव शिवनकर, गुणवंत धकाते, पांडूरंग शिवनकर, हेमराज शिवनकर, बिरजु चौधरी, तिलोचन मेश्राम, तात्या समर्थ, हिरालाल बहावा, सारजा कुंजाम, नरेश कुंजाम, प्रल्हाद गोटा, नरेश चौधरी आदि किसानों के खेत में पहुंचकर धान की फसल को तहस-नहस कर दिया है। सोमवार को वनविभाग की टीम ने सभी किसानों के खेत में पहुंचकर नुकसान का पंचनामा किया। किसानों ने इस नुकसान से उबरने के लिए तत्काल वित्तीय मदद देने की मांग सरकार से की है।
तो वहीं दुसरी ओर गडचिरोली तहसील के पोटेगांव वनपरिक्षेत्र कार्यालय अंतर्गत आनेवाले तथा अतिदुर्गम और जंगलव्याप्त परिसर में बसे ताडगुडा गांव में दो दिन पहले जंगली हाथियों ने प्रवेश कर लोगों के घर समेत धान फसलों को क्षति पहुंचाई थी। इस मामले की जानकारी मिलते ही गडचिरोली-चिमुर लोस क्षेत्र के सांसद डॉ. नामदेव किरसान अपने पदाधिकारियों के साथ दोपहिया पर सवार होकर ताडगुडा में पहुंचे और नुकसान का जायजा लिया।
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ताडगुडा गांव में दो दिन पहले जंगली हाथियों के समूह ने ताडगुडा गांव में प्रवेश कर माधव कोराम नामक व्यक्ति के घर की दिवार गिराकर घर में रखे धान को तहस-नहस कर दिया। वहीं अन्य कुछ लोगों के घरों को क्षति पहुंचाई हैन इसके अलावा खेत परिसर में पहुंचकर फसलों को अपने पैरों तले रौंद दिया। जिसके ग्रामीण समेत किसानों का भारी नुकसान हुआ है। इस मामले की जानकारी मिलते ही सांसद डॉ. नामदेव किरसान और जिला कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष महेंद्र ब्राम्हणवाडे नुकसानग्रस्त गांव को भेट देने के लिये निकले।
लेकिन इस गांव में पहुंचने के लिये पक्की सडक नहीं होने के कारण सांसद डॉ. किरसान व पदाधिकारी दोपहिया पर सवार होकर गांव में पहुंचे। गांव में पहुंचने के बाद ग्रामीणों ने जंगली हाथियों द्वारा किये गये नुकसान और बुनियादी सुविधाओं के अभाव की ओर सांसद किरसान का ध्यानाकर्षण कराया। जहां सांसद डॉ. किरसान ने प्रशासन से संपर्क कर तत्काल नुकसानग्रस्तों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया।
गांव में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिये विशेष प्रयास करने के साथ ही जंगली हाथियों का बंदोबस्त करने के लिये संबंधित विभाग को निर्देश देने की बात उन्होंने कही। इस समय नरेंद्र पोटावी, संदीप पोटावी, मनोहर पोटावी, श्रीनिवास ताडपलीवार, शिवाजी नरोटे, दिवाकर निसार, प्रवीण हीचामी, गरिमा कोराम, दिवाकर तुमरेटी, मारुती हीचामी, आनंदराव गावडे, सुधाकर हिचामी, सतीश विधाते, गौरव येणप्रेड्डीवार और पोटेगांव वन परिक्षेत्र अधिकारी कार्यालय के अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित थे।