
मनोज जरांगे व धनंजय मुंडे (सोर्स: सोशल मीडिया)
Dhananjay Munde Accused By Manoj Jarange: मराठा आरक्षण आंदोलन के प्रमुख नेता मनोज जरांगे पाटिल ने पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे पर अपनी हत्या की साजिश रचने का गंभीर आरोप लगाया है। जरांगे ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ये आरोप लगाया है। उन्होंने मुख्यमंत्री से इस मामले में धनंजय मुंडे की तत्काल जांच करने की मांग की है।
मनोज जरांगे ने बताया कि धनंजय मुंडे ने उनकी हत्या करने की साजिश रची है, और वह इस पूरे षड्यंत्र के ‘मुख्य सूत्रधार’ हैं। जरांगे पाटिल ने दावा किया कि मुंडे की आरोपियों के साथ बैठकें भी हुई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बीड और जालना जिलों के सभी प्रतिष्ठित नेताओं ने इस बात को अपने कानों से सुना है।
जरांगे पाटिल ने राजनीतिक दल के लोगों से भी यह जानने के लिए कहा कि क्या वे जो कह रहे थे, वह सच है। जैसे ही जरांगे पाटिल को इस साजिश के बारे में जानकारी मिली, उन्होंने तुरंत पुलिस प्रशासन को इसकी सूचना दी। उन्होंने सरकार से अपील करते हुए कहा कि जिनकी जान को खतरा है, उन्हें सरकार द्वारा सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए।
धनंजय मुंडे पर गंभीर आरोप लगाते हुए, जरांगे पाटिल ने कहा कि मराठा समाज को शांत रहना चाहिए। उन्होंने बताया कि उनकी हत्या के लिए मुंडे ने तीन प्लान बनाए थे। उन्होंने यह भी बताया कि कथित तौर पर उनकी कार दुर्घटना कराकर उन्हें जान से मारने की कोशिश की जा रही थी।
उन्होंने आरोप लगाया कि बीड का कांचन नाम का व्यक्ति, जो कि धनंजय मुंडे का कार्यकर्ता है, उसी ने उनके खिलाफ यह षड्यंत्र रचने का कार्य किया है। जरांगे पाटिल के अनुसार, आरक्षण और राजनीति के विषय अलग हैं, लेकिन किसी की जान पर उठना एक बहुत गंभीर विषय है।
मनोज जरांगे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पहले उनके फर्जी वीडियो बनाने का प्लान बनाया गया। इसमें सफलता नहीं मिली तो खाने में जहर मिलाकर मारने का प्लान बयाना गया। जब आरोपियों को इसमें रभी सफलता नहीं मिली तो तीसरा प्लान गाड़ी से टक्कर मारकर कर हत्या करने का प्लान बनाया गया।
मराठा आरक्षण कार्यकर्ता ने बताया कि आरोपियों ने इसके लिए धनंजय मुंडे से गाड़ी की मांग की थी। इस पर मुंडे ने उनसे एक पुरानी गाड़ी देने की बात कही। लेकिन उनके तीनाें प्लान फेल हो गए।
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मनोज जरांगे पाटिल पिछले तीन वर्षों से मराठा समाज को ओबीसी श्रेणी के तहत आरक्षण दिलाने के लिए एक बड़ा आंदोलन चला रहे हैं। इस मांग को लेकर सरकार और ओबीसी नेताओं के साथ उनका बड़ा संघर्ष देखने को मिला है। मंत्री छगन भुजबल, मंत्री पंकजा मुंडे, पूर्व मंत्री धनंजय मुंडे और लक्ष्मण हाके सहित कई नेताओं ने जरांगे पाटिल की मांग का कड़ा विरोध किया है।
हाल के दिनों में, जरांगे पाटिल और इन ओबीसी नेताओं के बीच लगातार मौखिक झड़प हुई है, और मुंडे तथा जरांगे पाटिल के बीच भी आरोप-प्रत्यारोप हुए थे। इसी पृष्ठभूमि में अब जरांगे पाटिल की हत्या की साजिश का यह गंभीर मामला सामने आया है।






