सीमेंट कंपनी व ग्राम पंचायत के खिलाफ धरने पर बैठे किसान (फोटो नवभारत)
Chandrapur Sangoda Farmer Protest: चंद्रपुर जिले के सांगोडा के किसान विठोबा दिनकर बोंडे ने कोरपना तहसील कार्यालय के सामने स्थानीय एक सीमेंट कंपनी और ग्राम पंचायत सांगोडा के खिलाफ भूख हड़ताल शुरू कर दी है। उन्होंने बताया कि 10 सितंबर को प्रशासन को लिखित निवेदन देने के बावजूद कोई कार्रवाई न होने पर यह फैसला लिया गया है।
उन्होंने मांग है कि ग्रामीणों को विश्वास में लिए बिना दिए गए अनापत्ति प्रमाण पत्र को तुरंत रद्द किया जाए। ग्राम पंचायत में हुए भ्रष्टाचार की जांच की जाए और उसकी वसूली की जाए। झूठी रिपोर्ट देने के लिए पंचायत समिति के विस्तार अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
कंपनी को अवैध रूप से बंजर जमीन हस्तांतरित करने की जांच की जाए। जिन लोगों की ज़मीन कंपनी ने खनन के लिए ली है, उन्हें उचित पारिश्रमिक और नौकरी दी जाए। कंपनी को स्थानीय शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार उपलब्ध कराना चाहिए।
खनन क्षेत्र के गांवों में पानी की आपूर्ति बाधित न हो, इसके लिए पाइपलाइन को दूसरी जगह स्थानांतरित करके पुनः चालू किया जाना चाहिए आदि की मांग करते हुए आंदोलनकारी किसान विठोबा बोंडे ने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन द्वारा समय पर निर्णय न लेने से किसानों, युवाओं और आम नागरिकों के साथ अन्याय हो रहा है।
यह भी पढ़ें:- बाढ़ से हाहाकार, खेतों में फडणवीस सरकार! CM समेत सभी मंत्रियों ने किया प्रभावित क्षेत्रों का दौरा
चंद्रपुर जिले के सांगोला क्षेत्र की महिला नागरिक, किसान और ग्रामीण बड़ी संख्या में भूख हड़ताल स्थल पर मौजूद रहकर आंदोलन को समर्थन दिया हैं। जिला मध्यवर्ती बैंक के संचालक विजय बावने, कांग्रेस कमेटी तालुका अध्यक्ष उत्तमराव पेचे, शामजी रणदिवे, सांभा कोवे, सुरेश मालेकर, नितिन बावने, उमेश राजुरकर, शैलेश लोखंडे, इस्माइल शेख, वामन मुसले, संजय धवस, विकास भोयर भी हड़ताल स्थल पर पहुंचे।
इसके अलावा दिगंबर धोटे, महादेव हनुमंते, माणिक देवालकर, विजय कोल्हे, संतोष पचभाई, विकास अवताडे, चरण देवालकर, शुभम धावस, सौरव आगलवे, आकाश रागीट, वैभव रागी,भोयर, योगेश अवताडे, शैलेश रागीट, शुभम देवालकर, जयभारत धोटे, बबन भोयर, अरुण भोयर एवं अन्य ग्रामीण भी उपस्थित थे।