ताडोबा अंधारी टाइगर रिजर्व (सोर्स: सोशल मीडिया)
Tadoba-Andhari Tiger Reserve Safari New Fee List: महाराष्ट्र के चंद्रपुर जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व में सफारी अब मध्यम वर्ग की पहुंच से बाहर हो जाएगी। यहां एक नया संशोधित शुल्क ढांचा बनाया गया है और इसे 1 अक्टूबर, 2025 से लागू किया जाएगा। बढ़ी हुई सफारी दरों के कारण, यह रोमांचक अनुभव सीमित लोगों के लिए ही होगा। ताडोबा प्रशासन ने सफारी शुल्क में वृद्धि की है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, ताडोबा में जीप सफारी का सरकारी शुल्क 3500 रुपये (6 लोगों के लिए) तय किया गया है, जबकि निजी जीप का किराया 2500 रुपये से 7500 रुपये होगा। भारतीयों के लिए प्रवेश शुल्क प्रति व्यक्ति 150 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 450 रुपये तय किया गया है।
वहीं कैमरा शुल्क 250 रुपये है और मोबाइल इस्तेमाल पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया जाता है। इस बढ़ोतरी को मध्यम वर्ग के लिए वहन करने योग्य न होने के कारण असंतोष व्यक्त किया जा रहा है।
माया, मटकासुर, सोनम, मधु और छोटा मटका जैसे बाघ ताडोबा में पर्यटकों को आकर्षित करते हैं। कोर और बफर क्षेत्रों में बाघों को देखना आसान है, जिससे यह बाघ अभयारण्य देश-विदेश के पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण बन गया है।
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1955 में स्थापित अंधारी अभयारण्य को 1989 में ताड़ोबा में जोड़ा गया, जिससे यह 1,727 वर्ग किमी परियोजना बनी। यहां 90 से ज्यादा बाघ, तेंदुए, भालू और 295 पक्षी प्रजातियां हैं।
ताडोबा-अंधारी टाइगर रिजर्व अक्टूबर से जून तक खुला रहता है। सफारी का समय सुबह 6:00 बजे से 10:00 बजे तक और दोपहर 3:00 बजे से शाम 6:30 बजे तक है। मोहुर्ली और कोलारा जैसे सात द्वारों से प्रवेश संभव है।
ताडोबा में इस पर्यटकों की संख्या तुलनात्मक रूप से कम हुई है, लेकिन राजस्व डेढ़ गुना बढ़ा है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में 4 लाख 5 हजार पर्यटक आए थे। जबकि वित्तीय वर्ष 2024-25 में 3 लाख 67 हजार पर्यटक ही आए।