प्रवेश समारोह में मौजूद भाजपा नेता (सोर्स: सोशल मीडिया)
Chandrapur Politics News: चंद्रपुर जिले की भद्रावती नगर पालिका के पूर्व नगराध्यक्ष और शिवसेना (यूबीटी) नेता अनिल धानोरकर ने अपने 7 पूर्व पार्षदों के साथ भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष रविंद्र चौहान के समक्ष मुंबई में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। इस अवसर पर भाजपा के वरिष्ठ नेताओं ने उनका पार्टी में स्वागत किया। धानोरकर के इस कदम को आगामी नपा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है, जिससे शहर की राजनीति में नई हलचल मच गई है।
भद्रावती नगर पालिका में लंबे समय तक सक्रिय रहे अनिल धानोरकर का स्थानीय राजनीति में खासा प्रभाव रहा है। वे नगराध्यक्ष रहते हुए कई विकास कार्यों के लिए पहचाने जाते हैं। उनके साथ जुड़े 7 पूर्व पार्षदों के भाजपा में शामिल होने से पार्टी को स्थानीय स्तर पर मजबूती मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।
अनिल धानोरकर के पार्टी में प्रवेश के समय भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष रवींद्र चव्हाण, वन मंत्री गणेश नाईक, पिछड़ा वर्ग आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष हंसराज अहीर, विधायक करण देवतले, शहर अध्यक्ष सुनील नामोझवार, प्रशांत डाखरे और अन्य गणमान्य लोग उपस्थित थे।
अनिल धानोरकर के साथ, प्रशांत झाडे, प्रमोद नागोसे, नीलेश देवईकर, रेखा राजुरकर, लीला ढुमने, प्रतिभा निमकर, शारदा ठवसे और व्यापारी संघ के प्रवीण महाजन भी भाजपा में शामिल हुए हैं।
अनिल धानोरकर ने 2008 से 2013 तक भद्रावती नप के उपाध्यक्ष और 2014 से 2024 तक अध्यक्ष के रूप में कार्य किया था। 2024 के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी द्वारा उन्हें टिकट देने से इनकार करने के बाद, उन्होंने वंचित बहुजन आघाड़ी की ओर से विधानसभा चुनाव लड़ा। लेकिन उन्हें इसमें हार का सामना करना पड़ा।
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पिछले कई महीनों से उनके भाजपा में शामिल होने की चर्चा थी। आखिरकार, वे भाजपा के सदस्य बन गए। ऐसी भी चर्चा है कि उनके पार्टी में शामिल होने से धानोरकर परिवार में फूट पड़ सकती है।
भाजपा नेताओं ने इस मौके पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और मुख्यमंत्री देंवेंद्र फडणवीस के मार्गदर्शन में विकास का नया दौर चल रहा है। धानोरकर और उनके साथियों का भाजपा में प्रवेश इस विकास यात्रा को और मजबूत करेगा।
वहीं, विपक्षी दलों में इस घटनाक्रम को लेकर खलबली मच गई है। नगर पालिका चुनाव से पहले भाजपा की इस रणनीति को राजनीतिक समीकरण बदलने वाला माना जा रहा है। जनता में भी इस बदलाव को लेकर चर्चाएं तेज हैं और आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि भद्रावती नगर पालिका चुनाव में इसका क्या असर पड़ता है।