नितिन गडकरी और रावसाहेब दानवे (फोटो: ANI)
मुंबई. यूपी के पूर्व उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा एवं दूसरे बाहरी नेताओं के मार्गदर्शन में लोकसभा चुनाव लड़नेवाली बीजेपी को शर्मनाक हार झेलनी पड़ी थी। इससे सबक सीखते हुए अब बीजेपी के केंद्रीय नेतृत्व ने महाराष्ट्र के पुराने नेताओं के मार्गदर्शन में ही विधानसभा का चुनाव लड़ने का निर्णय लिया है। नए निर्णय के तहत बीजेपी ने नितिन गडकरी और रावसाहेब दानवे को चुनावी राजनीति में फिर से सक्रिय कर दिया है।
लोकसभा चुनाव में मिली हार को को दोबारा न दोहराने के लिए बीजेपी ने विधानसभा चुनाव की मेगा प्लानिंग की है। जिसके तहत विधानसभा चुनाव में हर हाल में पूर्ण बहुमत हासिल करने के लिए बीजेपी के ये स्टार प्रचारक चुनाव संपन्न होने तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में पार्टी का प्रचार करने के साथ-साथ लोगों को केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों, भविष्य की योजनाओं की जानकारी तथा विपक्ष के फेक नैरेटिव्स का जवाब भी शामिल होगा। रावसाहेब दानवे पाटिल इस 21 स्टार प्रचारकोंवाली ‘चुनाव प्रबंधन समिति’ के मुख्य संयोजक होंगे। टीम में शामिल प्रमुख लोगों में पूर्व केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे के अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और बीजेपी के महाराष्ट्र प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले भी शामिल होंगे। पार्टी के इस कदम को गडकरी और दानवे की मुख्य चुनावी राजनीति के केंद्र में वापसी के तौर पर देखा जा रहा है।
पार्टी के सूत्रों का कहना है कि 21 स्टार प्रचारकोंवाली चुनाव प्रबंधन समिति के अन्य सदस्यों की घोषणा अगले सप्ताह की जा सकती है। पार्टी ने रावसाहेब दानवे को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी है। गुरुवार को नागपुर में बीजेपी कोर कमेटी की बैठक के बाद बीजेपी के महाराष्ट्र प्रदेश चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा कि हम लोकसभा चुनाव से सीखते हुए आगे बढ़ने और आगामी चुनाव जीतने के लिए विशेष रणनीति बनाई है। इसी रणनीति के तहत महाराष्ट्र बीजेपी ने राज्य में महायुति की जीत के लिए 21 नेताओं की एक टीम बनाने का निर्णय लिया है। हमारे नेता व उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के नेतृत्व में यह टीम काम करेगी। इस टीम में केंद्रीय मंत्री भी शामिल हैं, जो कि चुनाव में अपना अधिकतम समय देंगे।
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पार्टी के 21 स्टार प्रचारकों की सूची में अशोक चव्हाण, नारायण राणे, सुधीर मुनगंटीवार, चंद्रकांत पाटिल, गिरीश महाजन, रवींद्र चव्हाण, राधाकृष्ण विखे पाटिल, पंकजा मुंडे, विजया रहाटकर, प्रवीण दरेकर, भाई गिरकर, अशोक नेते, अतुल सावे, संजय कुटे, जयकुमार रावल, रक्षा खडसे, मुरलीधर मोहोल शामिल हो सकते हैं।
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खास बात यह है कि लंबे समय से राज्य की राजनीति से दूर रहे केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी इसमें विशेष प्रचारक के तौर पर एक महीने के लिए महाराष्ट्र में ही रहेंगे। इस चुनाव में गडकरी मुख्य भूमिका में नजर आएंगे। इसे बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व की पुराने चेहरों को फिर से आगे लाने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है। राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि शीर्ष नेतृत्व ने यह निर्णय राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की उस सलाह के बाद लिया है जिसमें संघ के नेताओं ने पुराने चेहरों को फिर से सक्रिय करने का सुझाव बीजेपी को दिया था। संघ के नेताओं का मानना है कि नए नेताओं में जनता की पकड़ कमजोर है। इसी का खामियाजा बीजेपी को लोकसभा चुनाव में भुगतना पड़ा था।