
बाघ का रेस्क्यू (सौजन्य-नवभारत)
Bhandara Forest Department: पवनी तहसील के धानोरी गांव के पास गोसीखुर्द बांध (इंदिरा सागर परियोजना) की मुख्य दाहिनी नहर में गंभीर रूप से घायल अवस्था में गिरे बाघ को वन विभाग ने अथक प्रयासों के बाद सफलतापूर्वक बचा लिया है। बाघ को आगे के चिकित्सा इलाज के लिए नागपुर स्थित गोरेवाड़ा अंतर्राष्ट्रीय पशु बचाव केंद्र में स्थानांतरित कर दिया गया है।
मंगलवार की सुबह करीब 7 बजे, तहसील के धानोरी गांव के पास गोसीखुर्द बांध की दाहिनी नहर में पवनी-सावरला सड़क के पास, स्थानीय लोगों ने बाघ को असहाय अवस्था में पड़ा देखा। उस समय बाघ हिल-डुल नहीं पा रहा था और यह स्पष्ट था कि वह गंभीर रूप से घायल है।
स्थानीय लोगों के अनुमान के अनुसार, धानोरी गांव में ऐसी चर्चा है कि रात के समय रेत चोरी करके ले जा रहे किसी वाहन की टक्कर से यह बाघ गंभीर रूप से घायल हो गया और नहर में गिर गया। इस दुर्घटना के कारण बाघ की कमर में गंभीर चोट लगने की आशंका जताई जा रही है।
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बाघ को आगे की चिकित्सा जांच और इलाज के लिए तुरंत नागपुर स्थित गोरेवाड़ा अंतर्राष्ट्रीय पशु बचाव केंद्र में भेज दिया गया है। फॉरेस्ट डिपार्टमेंट के मुताबिक ऐसा अंदाज़ा हैं कि घायल बाघ दो बाघों के बिच रहेने की जगह के लिए हुई लड़ाई के दौरान सूखी नहर में गिर गया होगा।
सच्चाई जांच के दौरान पता चलेंगी। उप वन संरक्षक, भंडारा वन विभाग, योगेंद्र सिंह ने नागरिकों से वन्यजीव बचाव कार्यों में सहयोग करने और वन्यजीवों के दिखने की जानकारी तत्काल वन विभाग के नियंत्रण कक्ष को देने की अपील की है।






