महावितरण (सौ. सोशल मीडिया )
Chhatrapati Sambhajinagar News In Hindi: बिजली बिलों के लिए मुद्रित कागजों के इस्तेमाल को रोकने के लिए महावितरण द्वारा शुरू की गई ‘गो-ग्रीन’ योजना बिजली उपभोक्ताओं का जबरदस्त समर्थन मिल रहा है।
विगत तीन महीन में इस योजना में 2 लाख 3 हजार 340 बिजली उपभोक्ता शामिल हुए हैं। बिजली बिलों के लिए कागजों का इस्तेमाल बं करते हुए केवल ‘ईमेल’ व ‘एसएमएसा विकल्प चुनकर, सोमवार (6) तक लख दबाव वर्ग के 7 लाख 6 हजार 924 पर्यावरण-अनुकूल उपभोक्ताओं ने इस योजना में भाग लिया है। उन्हें 8 करोड़ 48 लाख 30 हजार 880 रुपये का वार्षिक लाभ मिल रहा है।
‘गो-ग्रीन’ योजना में बिजली बढ़ती समर्थन व भागीदारी स्वागत योग्य है। उन्हें बिजली बिल डिजिटल रूप में भेजे जा रहे अगस्त व सितंबर के तीन माह में 2 लाख 3 हजार 340 उपभोक्ता इस योजना में शामिल हुए हैं। इसमें पुणे क्षेत्रीय प्रभाग में सबसे अधिक 87 हजार 40 उपभोक्ता व कोंकण क्षेत्रीय प्रभाग में 78 हजार 829 उपभोक्ता शामिल हुए हैं। अब तक, 7 लाख 6 हजार 924 बिजली उपभोक्ताओं ने इस योजना में भाग लिया है।
महावितरण की वेबसाइट www.mahadiscom.in या मोबाइल ऐप पर गो-ग्रीन योजना के लिए पंजीकरण करने की अलग सुविधा है। केवल ग्राहक क्रमांक जमा करना होगा और मुद्धित बिल की प्रति रद्द कर दी जाएगी, उसकी जगह पर बिल हर महीने संबंधित को पंजीकृत मोवाइल नंबर और ईमेल पर भेजा जाएगा। पंजीकृत मोबाइल या ईमेल बदलने की सुविधा भी यहां उपलबा है। 120 रुपए का वार्षिक लाभ महावितरण द्वारा गी-ग्रीन विकल्प चुनने पर प्रति बिल 10 रुपए की छूट दी जा रही है। इसमें उपभोक्ताओं को उनके बिजली बिल में 120 रुपए का वार्षिक लाभ मिल रहा है। गो-ग्रीन योजना चुनने पर संबंधित ग्राहकों के पहले बिजली बिल में अगले 12 महीनों की 120 रुपण की एकमुश्त छूट दी जा रही है।
महावितरण के प्रबंध निदेशक लोकेश चंद्र 66 गो-मीन में भाग लेने वाले क हर महीने उनके पंजीकृत ‘ईमेल’ व मोबाइल ‘एसएमएस’ पर बिजली बिल भेजे जा रहे है। बिजली बिल की तारीख से सात दिनों के भीतर राशि का तुरंत भुगतान करने पर एक प्रतिशत की छूट दी जाती है। इसके लिए ऑनलाइन बिल भुगतान भी सुविधाजनक हो गया है। ईमेल के माध्यम से प्राप्त मासिक बिजली बिल को कंप्यूटर या मोबाइल में संथ कर सकते है, बिजली उपभोक्ता इसे कभी भी डाउनलोड करने या आवश्यकतानुसार मूल रंग में प्रिंट करने की सुविधा है। पर्यावरण में योगदान देने के लिए, बिजली उपभोक्ताओं की इस योजना में भाग लेना चाहिए।
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8 करोड़ करोड़ 48 लाख 30 हजार 880 रुपए में सर्वाधिक लाभ पुणे प्रादेशिक प्रभाग में 2 लाख 88 हजार 238 (3.46 करोड़), 2 लाख 62 हजार 237 (3.15 करोड़), नागपुर प्रादेशिक प्रभाग 84 हजार 531 (1.01 करोड़) और छत्रपति संभाजीनगर प्रादेशिक प्रभाग में योजना में भाग लेने वाले 71 हजार 918 बिजली उपभोक्ताओं को 86 लाख 30 हजार रुपए का वार्षिक लाभ हो रहा है।