क्लर्क उज्ज्वला नरवड़े गिरफ्तार (फोटो नवभारत)
PWD Recruitment Scam: पीडब्ल्यूडी विभाग में फर्जी नियुक्ति घोटाले में आरोपी ज्यूनियर क्लार्क उज्ज्वला अनिल नरवड़े (45) की प्रत्यक्ष संलिप्तता उजागर होने के बाद छत्रपति संभाजीनगर की वेदांतनगर पुलिस ने 18 सितंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया। अदालत ने उसे 22 सितंबर तक पुलिस हिरासत में रखने का आदेश दिया। यह जानकारी वेदांतनगर पुलिस थाने की पीआई प्रवीणा यादव ने दी।
बता दें कि शहर में स्थित लोकनिर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) में 2015 से 2025 के बीच, कार्यकारी अभियंताओं के फर्जी हस्ताक्षरों का उपयोग करके चपरासी, चौकीदार और सफाई कर्मचारी के पदों पर 31 लोगों को अवैध रूप से नियुक्त किया गया था। जब इस मामले का भंडाफोड़ हुआ तो शहर के वेदांत नगर थाने में मामला दर्ज किया गया।
पीआई प्रवीणा यादव ने बताया कि हमने इस घोटाले की गंभीरता से जांच करने पर यह बात साफ हुई कि इस फर्जी भरती घोटाले में वरिष्ठ क्लार्क अंकुश श्रीरंग हिवाले और ज्यूनियर क्लार्क उज्ज्वला नरवड़े ने फर्जी घोटाले की साजिश रची थी।
इन नियुक्तियों के लिए कोई विज्ञापन या आधिकारिक प्रक्रिया आयोजित किए बिना, फर्जी नियुक्ति पत्रों का उपयोग करके उम्मीदवारों को सीधे सेवाएं प्रदान की गई। 15 मई, 2025 को गठित छह सदस्यीय जांच समिति ने पिछले 10 वर्षों की सभी नियुक्तियों की जांच की। जांच के समय, कई दस्तावेज गायब पाए गए।
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आगे की जांच में यह बात सामने आए कि उन दो प्रमुख आरोपियों ने कार्यकारी अभियंताओं के फर्जी हस्ताक्षरों का उपयोग करके 31 उम्मीदवारों की फर्जी भर्ती का चौंकाने वाला मामला सामने आया। पीआई प्रवीणा यादव ने बताया कि भरती हुए उम्मीदवारों ने जांच के दौरान हलफनामे में यह भी स्वीकार किया है कि उन्होंने आवेदन नहीं किया था और उनके माता-पिता सेवा में नहीं थे।
पुलिस जांच में पता चला है कि आरोपियों ने इन फर्जी नियुक्तियों के बदले बड़े वित्तीय लेन-देन किए हैं। इससे घोटाले की गंभीरता और बढ़ गई है। वर्तमान में, मामले की जांच पीएसआई संतोष कुमार जोशी कर रहे हैं, और आरोपियों से आगे की पूछताछ में और सुराग मिलने की संभावना है।