शाहनूर बांध (सौजन्य-सोशल मीडिया)
Amravati News: अमरावती जिले में अंजनगांव सुर्जी तालुका में सतत् हो रही भारी बारिश के कारण सामान्य जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। सड़कें जलमग्न हो गई हैं और किसानों की खड़ी फसलों को भारी नुकसान होने की आशंका है। इस बीच, प्राप्त जानकारी के अनुसार, शाहनूर बांध के चार गेट 20 सेंटीमीटर तक खोल दिए गए हैं। इससे शाहनूर नदी का जलस्तर काफी बढ़ गया है और अंजनगांव और सुर्जी के बीच संपर्क पूरी तरह से टूट गया है।
नदी पर बने पुल से पानी बहने से नागरिकों के लिए खतरा हैं। तहसीलदार के मार्गदर्शन में पूरा प्रशासनिक तंत्र अलर्ट मोड पर आ गया है और नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। कुछ जगहों पर घरों और दुकानों में पानी जमा हो गया है। बुधवारा क्षेत्र के बीचों-बीच बहने वाली शाहनूर नदी का पानी पुल से बह रहा है।
अमरावती के स्थानीय इतवारा बाजार की अंडा गली इन दिनों बारिश के पानी के कारण तालाब का रुप धारण कर रही है। यहां जरा सी बारिश में रास्तों पर एडियों तक पानी भर जाता है। जिसके कारण यहां के व्यापारियों सहित बाजार में आने वाले नागरिक काफी परेशान हो जाते है। इतवारा बाजार के अंडा गली सहित सब्जी बाजार, तवा लाईन, मुर्गी बाजार, लकडा लाईन व गन्ना लाईन में भी इसी तरह का नजारा देखने को मिलता है।
वहीं मुख्य सब्जी बाजार में सब्जियों के फेंके गए अवशेष के कारण समय पर यह कचरा न उठाए जाने से सब्जियों के कचरे से गंदी बदबू उठती है। जिसके कारण बाजार में आने वाले नागरिकों को अपनी नाक सिकुडकर चलना पडता है। बता दें कि यह समस्या वर्षों से इतवारा बाजार के व्यापारियों व फुटकर विक्रेताओं को परेशान कर रही है। किंतु मनपा व्दारा अभी तक इसका हल नहीं निकाला जा सका है। जिसके कारण यहां व्यापारियों का रोष भी मनपा के प्रति हमेशा रहता है।
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बता दें कि अंडा लाईन से सटकर कुछ होटलें रहने के कारण इन होटलों से निकलने वाला खाद्य कचरा और प्लास्टिक नालियों में जमा होने से नालियां चोकअप हो जाती है, जिसके कारण बारिश का पानी नालियों व सड़कों पर जम जाता है। जिससे पूरा परिसर तालाब का रुप ले लेता है और पैदल सहित वाहनों पर चलने वाले नागरिकों को गंभीर समस्या का सामना करना पडता है। अंडा गली सहित इतवारा बाजार के व्यापारियों द्वारा मनपा को इस ओर गंभीर ध्यान देकर कोई स्थायी हल निकालने की मांग बढ़ रही है।
इतवारा बाजार परिसर के कई स्थानों पर बारिश ही नहीं बल्की अन्य महीनों में भी नालियों से गंदा पानी रीसता रहता है। जिसके कारण नागरिकों को गंभीर बीमारी का डर सताता रहता है।