
अमरावती में आयोजित कृषि विकास सम्मेलन में पहुंचे मंत्री माणिकराव कोकाटे
अमरावती: महाराष्ट्र के कृषि मंत्री माणिकराव कोकाटे ने अमरावती का दौरा किया। यहां उन्होंने साइंसस्कोर मैदान में कृषि विकास सम्मेलन एवं प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मंत्री कोकाटे ने कहा कि हर क्षेत्र की भूमि में विभिन्नता है, इसलिए हर किसानों द्वारा अलग-अलग फसलें उगाई जाती हैं। इसके लिए आवश्यक है कि हम जो फसल ले रहे हैं, उसके अनुरूप पूरक व्यवसाय का चयन करें।
कृषि मंत्री कोकाटे ने आगे कहा हमारा देश कृषि प्रधान है, इसलिए यहां हर कोई कृषि और किसानों से जुड़ा है। कृषि क्षेत्र में जनशक्ति की कमी है। हालांकि कृषि प्रकृति पर निर्भर है, इसलिए किसानों को जलवायु परिवर्तन के संकट का सामना करना पड़ता है। ऐसी स्थिति में,पूरक व्यवसाय किसानों को सहायक हों सकती हैं। तकनीक चाहे कितनी भी आगे बढ़ जाए, कृषि में जनशक्ति का कोई विकल्प नहीं है।
नई एआई तकनीक कृषि को अधिक लाभदायक, कम समय में अधिक आय वाला बनाने में मदद करेगी। कृषि विश्वविद्यालय के माध्यम से उन्नत प्रजातियां तैयार करने के प्रयोग किये जायें ने का सुझाव उन्होंने दिया। उन्होंने प्रदर्शनी में विभिन्न स्टालों का दौरा किया और स्टाल धारकों से बातचीत की।
यहां कृषि मशीनरी, औजार, अनाज, घरेलू सामान, बाजरा उत्पाद, बांस उत्पाद, सिंचाई उपकरण, कृषि इनपुट, जैविक अनाज, विभिन्न सरकारी हॉल, विभिन्न खाद्य सामग्री आदि के स्टॉल लगाए गए हैं।
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इस अवसर पर सांसद डाॅ. अनिल बोंडे, विधायक सुलभा खोडके, विधायक प्रवीण तायडे, विधायक राजेश वानखड़े, कृषि आयुक्त सूरज मंधारे, जिलाधीश सौरभ कटियार, मुख्य कार्यकारी अधिकारी संजीता महापात्र, संयुक्त निदेशक कृषि प्रमोद लावले, जिला किसान सलाहकार समिति के अध्यक्ष नरेंद्र शिंगणे, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी राहुल सातपुते आदि उपस्थित थे।
किसानों की समस्याओं और उनके समाधान तथा किसानों की ओर से आने वाले सुझावों के लिए जिला स्तर पर कृषि मंत्री का चैंबर स्थापित किया जाएगा। इस सेल द्वारा प्राप्त जानकारी 24 घंटे के भीतर मंत्रालय को सूचित की जाएगी। किसानों के हित के लिए विभागीय स्तर पर एक समिति बनायी जायेगी। इस समिति के अध्यक्ष कृषि मंत्री होंगे। समिति की बैठक तीन माह में एक बार होगी।






