
विधायक रणधीर सावरकर (सोर्स: सोशल मीडिया)
अकोला: अकोला जिले के पांच विधानसभा चुनाव क्षेत्रों में से अकोला पूर्व विधानसभा सीट, अकोट विधानसभा सीट और मुर्तिजापुर विधानसभा सीट में भाजपा के प्रत्याशियों ने जीत हासिल की है। वहीं अकोला पश्चिम विधानसभा सीट पर भाजपा को पराजय का सामना करना पड़ा है और बालापुर विधानसभा सीट पर भी महायुति के प्रत्याशी की हार हुई है। यह सब देखते हुए भाजपा संगठन ने विस चुनाव में पार्टी के खिलाफ कार्य करने वालों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई शुरू की है। अब तक भाजपा संगठन द्वारा 18 नेताओं और कार्यकर्ताओं पर निलंबन की कार्रवाई की गई है।
अकोला जिले के अकोट विधानसभा चुनाव क्षेत्र में करीब 11 लोगों पर निलंबन की कार्रवाई की गई हैं। विधानसभा चुनाव के बाद प्रदेश भाजपा के महासचिव, विधायक रणधीर सावरकर ने कहा था कि पार्टी के खिलाफ काम करने वालों पर कार्रवाई की जाएगी। उस अनुसार भाजपा के जिलाध्यक्ष किशोर मांगटे पाटिल ने 11 पदाधिकारियों को 6 वर्ष के लिए पार्टी से निलंबित किए जाने के पत्र भेजे हैं।
अकोट विधानसभा क्षेत्र के अंतर्गत जिपं सदस्य प्रकाश आतकड, पंस सदस्य राजेश येऊल, पूर्व पार्षद मंगेश चिखले, किसान आघाड़ी के राजेंद्र पुंडकर, ओबीसी आघाड़ी के प्रदेश उपाध्यक्ष विशाल गणगणे, पूर्व तहसील अध्यक्ष अरविंद लांडे, पूर्व तहसील महासचिव राजेश पाचडे, ओबीसी आघाड़ी के विष्णु बोडखे इसी तरह पूर्व तहसील महासचिव सुनील गिरी, नीलेश तिवारी, चंचल पितांबरवाले को निलंबित किया है।
जानकारी के अनुसार अकोट विधानसभा चुनाव क्षेत्र में भाजपा की ओर से तीसरी बार विधायक प्रकाश भारसाकले को उम्मीदवारी दी गई थी। चुनाव के समय इनके खिलाफ जिन पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने काम किया था। उन पर यह कार्रवाई की गई है। इस बार भाजपा संगठन द्वारा बहुत ही गंभीरता से देखा जा रहा है कि किसने किसने पार्टी के खिलाफ काम किया है। उन सभी के खिलाफ अनुशासन भंग की कार्रवाई की जा रही है। स्थानीय मंडल अध्यक्षों द्वारा प्राप्त रिपोर्ट के बाद यह कार्रवाई की गई।
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इसके पूर्व अकोला पश्चिम विधानसभा सीट में पार्टी के खिलाफ कार्य करने वाले 7 पदाधिकारी और नेताओं के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। इस कार्रवाई में प्रतुल हातवलणे, उमेश गूजर, सौरभ शर्मा, आशीष पवित्रकार, हरिभाऊ काले और राजू टाकलकर का समावेश था। इस तरह अब तक भाजपा संगठन द्वारा 18 लोगों पर अनुशासन भंग की कार्रवाई की जा चुकी है।
विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने अकोला पश्चिम विधानसभा क्षेत्र तथा अकोट विधानसभा क्षेत्र में उम्मीदवार खड़े किए गए थे। जिसमें अकोला पश्चिम से कांग्रेस प्रत्याशी साजिद खान पठान विजयी हुए हैं। वहीं अकोट से कांग्रेस प्रत्याशी महेश गणगणे को हार का सामना करना पड़ा।
इसी तरह यहां लोकसभा चुनाव में भी कांग्रेस की हार हुई थी। इस बारे में कांग्रेस के जिला ग्रामीण के अध्यक्ष अशोक अमानकर से बातचीत करने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने अपना त्यागपत्र पार्टी हाईकमान को भेज दिया है। यदि वे चाहेंगे तो ही वे पद पर रहेंगे। अन्यथा त्यागपत्र तो दे ही चुके हैं।
इस बारे में कांग्रेसी नेता हेमंत देशमुख ने बातचीत के दौरान कहा कि जिला कांग्रेस ग्रामीण में नए और सक्षम लोगों को जिम्मेदारी सौंपी जानी चाहिए। नेतृत्व परिवर्तन बहुत जरूरी है। इसी तरह अकोला पश्चिम विस क्षेत्र में अनेक वर्षों के बाद कांग्रेस की जीत हुई है। इसलिए कांग्रेस के महानगराध्यक्ष प्रशांत पाटिल वानखडे का सम्मान किया जाना चाहिए।






