
सृजन साहू मर्डर की मुख्य आरोपी निधि, फोटो- सोशल मीडिया
Srijan Sahu Murder Case: मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर में 35 वर्षीय सृजन साहू की गुमशुदगी एक भयावह मर्डर मिस्ट्री निकली। पुलिस ने 13 घंटे की तलाश के बाद घने जंगलों से सृजन का शव पत्थरों के नीचे से बरामद किया, जिसके पांव बाहर निकले हुए थे। इस कत्ल के पीछे सृजन की चचेरी साली निधि साहू का हाथ था, जिसने ब्लैकमेलिंग से तंग आकर यह साजिश रची।
नरसिंहपुर निवासी 35 वर्षीय सृजन साहू 25 अक्टूबर 2025 को रहस्यमय तरीके से अपने घर से गायब हो गए थे। घर वालों ने 26 अक्टूबर को मंगवानी थाने में उनकी गुमशुदगी की रिपोर्ट लिखवाई। पुलिस ने जब सृजन के फोन की लास्ट लोकेशन ट्रैक की, तो वह नेशनल हाई-वे नंबर 44 पर एक रेस्टोरेंट के पास पाई गई। सीसीटीवी फुटेज खंगालने पर पुलिस को पहला ठोस सुराग मिला।
फुटेज में सृजन को एक लड़की समेत दो अन्य लोगों के साथ मारुति स्विफ्ट डिजायर कार में वहां से निकलते देखा गया। चौंकाने वाली बात यह थी कि लड़के और लड़की दोनों ने अपने चेहरे पर कपड़ा बांध रखा था। सीडीआर (CDR) की मदद से पुलिस ने सृजन और उनके साथियों की लोकेशन शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर मंगवानी के जंगलों में ट्रैक की, हालांकि सृजन का मोबाइल फोन जंगल के पास जाकर बंद हो गया था।
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने लड़की की पहचान सृजन की चचेरी साली निधि साहू के रूप में की। साथ ही, एक अन्य लड़के का नाम साहिल सामने आया। पुलिस ने निधि और साहिल को हिरासत में लेकर पूछताछ की। पहले उन्होंने पुलिस को खूब घुमाया, लेकिन अंततः उन्होंने कबूल किया कि उन्होंने सृजन की हत्या कर दी है और लाश को मंगवानी के जंगलों में ठिकाने लगा दिया है।
कातिलों के सही जगह न बताने पर, पुलिस ने डॉग स्क्वायड और भारी लवाजमे के साथ लाश की तलाश शुरू की। घने जंगलों में बारिश के बीच यह सर्च ऑपरेशन शाम 5 बजे शुरू हुआ और अगले दिन सुबह करीब 6 बजकर 30 मिनट पर पुलिस को सफलता मिली। करीब 13 घंटे की मशक्कत के बाद, पुलिस ने एक अजीब मंजर देखा, जहां सृजन की लाश मिट्टी के बजाय पत्थरों के नीचे दबी हुई थी और उसके दोनों पांव बाहर झांक रहे थे।
पूछताछ में हत्या की असली वजह सामने आई। सृजन और निधि अपनी शादियों से पहले एक दूसरे को जानते थे और रिलेशन में थे। सृजन ने निधि की चचेरी बहन से शादी कर ली, लेकिन वह शादी के बाद भी निधि से रिश्ता जारी रखना चाहता था और उसकी प्राइवेट तस्वीरों के जरिए उसे ब्लैकमेल कर रहा था। सृजन ने धमकी दी थी कि यदि वह उससे नहीं मिली, तो वह तस्वीरें सोशल मीडिया पर या उसके पति को भेज देगा।
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इस ब्लैकमेलिंग से तंग आकर, निधि ने 20 से 25 दिन पहले ही सृजन के कत्ल की साजिश रच दी। उसने अपने दो जानकारों साहिल और एक नाबालिग से 50,000 रुपये में कत्ल करने की बात की। निधि ने अपने कान के टॉप्स गिरवी रखकर 10,000 रुपये एडवांस के तौर पर साहिल को दिए और दो चाकू खरीदे। 25 अक्टूबर को, योजना के तहत, वे सृजन को उसकी कार में जंगल ले गए। सुनसान जगह पर, निधि ने पहले सृजन के गले पर चाकू से वार किया, और फिर साहिल और नाबालिग कातिल ने मिलकर सृजन पर चाकू बरसाकर उसे मौत के घाट उतार दिया। गड्ढा खोदना मुमकिन न होने पर, उन्होंने सबूत मिटाने के इरादे से लाश को पत्थरों के नीचे दफना दिया, लेकिन उन्हीं बाहर झांकते पांवों ने इस खूनी साजिश का पर्दाफाश कर दिया।






