'अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस' 2024 (सोशल मीडिया)
आज पूरी विश्वभर में ‘अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस’ (International Day Against Drug Abuse 2024) मनाया जा रहा है। आपको जानकारी के लिए बता दें, इस दिन का मुख्य उद्देश्य लोगों को नशीली दवाओं से दूर रखना और नशीली दवाओं की तस्करी पर अंकुश लगाना है।
इससे बच्चों और बड़ों का भविष्य उज्जवल और सुनहरा होगा। इस अवसर पर कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं, जिसमें लोगों को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरूक किया जाता है।
नशा करने से न सिर्फ पैसा बर्बाद होता है, बल्कि कई तरह की बीमारियां भी हो जाती है। इससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। भारत में भी इसके खिलाफ सख्त कानून बनाए गए है।
हालांकि, सामाजिक सशक्तिकरण और नशा मुक्त समाज के लिए और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। ऐसे में आज ‘अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस'(International Day Against Drug Abuse 2024) के अवसर पर आइए जानें इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें –
1- प्राप्त जानकारी के अनुसार, वर्तमान समय में बड़ी संख्या में बड़े और बच्चे नशा करते हैं। आसान शब्दों में कहें तो बच्चों में नशा की लत बढ़ी है। इसके लिए बच्चे सभी प्रकार की नशा का सहारा ले रहे हैं।
2- अज्ञानता के अभाव के चलते उस दलदल में फंसते जा रहे हैं। इससे उनकी सेहत और करियर पर व्यापक प्रभाव पड़ रहा है। खपत अधिक होने से अवैध तस्करी भी जमकर हो रही है। इस मद्देनजर संयुक्त राष्ट्र ने 7 सिंतबर, 1987 को समाज को नशा मुक्त करने हेतु एक प्रस्ताव पेश किया थी।
3- इस प्रस्ताव में 26 जून को अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाने की बात की गई थी, जिसे सभी देशों की सर्वसम्मति से पास कर दिया गया। इसके बाद 26 जून, 1989 को पहली बार अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस मनाया गया। उस समय से यह हर साल 26 जून को मनाया जाता है।
4- भारत में भी नशा और अवैध तस्करी को रोकने के लिए सख्त कानून हैं। हालांकि, लोगों को जागरूक होने की जरूरत है। बिना सहयोग से यह संभव नहीं है। इसके लिए अंतरराष्ट्रीय नशा निषेध दिवस के अवसर पर आसपास के ऐसे लोग, जो नशा और अवैध कार्य में लिप्त हैं। उन्हें सत्य की राह पर लाने की पहल करनी चाहिए। लेखिका-सीमा कुमारी