(सौजन्य सोशल मीडिया)
21 अगस्त को हर साल ‘विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस’ (World Senior Citizens Day 2024) मनाया जाता है। यह दिवस उन बुजुर्गों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है, जिन्होंने अपने जीवन का महत्वपूर्ण हिस्सा समाज, परिवार और राष्ट्र की सेवा में व्यतीत किया है। इस दिन का उद्देश्य समाज में वरिष्ठ नागरिकों की भूमिका, उनके अधिकारों और जरूरतों के प्रति जागरूकता फैलाना है।
आपको जानकारी के लिए बता दें कि भारत में 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को वरिष्ठ नागरिक माना जाता है। यह दिन उन समस्याओं को पहचानने के उद्देश्य से मनाया जाता है, जिनका सामना एक बुजुर्ग व्यक्ति को बुढ़ापे में करना पड़ता है।
वरिष्ठ नागरिकों की मदद करने के लिए केंद्र सरकार ने कई पहल शुरू की हैं ताकि उनके लिए चीजों का लाभ उठाना और उनकी पहुंच आसान हो सके। वित्तीय प्रोत्साहन और बचत योजनाओं पर उच्च ब्याज दरों के अलावा, वरिष्ठ नागरिकों को भारत में सेवाओं की एक विस्तृत श्रृंखला पर विभिन्न लाभ भी प्रदान किए जाते हैं, जैसे –स्वास्थ्य सम्बंधित इलाज में और राज्य रोडवेज बसों में यात्रा में विशेष छूट आदि। भारत सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों को सेवानिवृत्ति के बाद वित्तीय स्थिरता देने के लिए कई विशेष पेंशन योजनाएँ भी शुरू की हैं। इनमें अटल पेंशन योजना, राष्ट्रीय पेंशन प्रणाली, प्रधानमंत्री वय वंदना योजना और वरिष्ठ पेंशन बीमा योजना आदि प्रमुख हैं।
‘विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस’ को मनाने का मकसद दुनियाभर के बुजुर्गों को सम्मान देना और उन्हें स्पेशल महसूस कराना है। यूं तो वरिष्ठ नागरिकों का सम्मान हर दिन ही किया जाता है, लेकिन इस खास दिन पर उन्हें एहसास दिलाया जाता है कि वो हम पर बोझ नहीं है। बल्कि जिस सुंदर-सी बगिया में आप खिलखिला रहे हो, उसको इसी बागबान ने सींचकर इतना मनोरम बनाया है। इस दिन को बुजुर्गों के प्रति सम्मान और कृतज्ञता व्यक्त करने के लिए मनाया जाता है।
विश्व वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाने की घोषणा संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 14 दिसंबर 1990 की थी। वहीं, पहली बार 1 अक्टूबर 1991 को ‘अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस’ मनाया गया था। अमेरिका में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन ने 19 अगस्त 1988 को इस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए और 21 अगस्त 1988 को संयुक्त राज्य में पहली बार अंतर्राष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस मनाया गया।
लेखिका- सीमा कुमारी