असली और नकली मिठाई पहचानें (सौ.सोशल मीडिया)
Fake and Real Sweets: हिंदू धर्म में व्रत-त्योहारों का महत्व होता है इसमें ही सबसे बड़े त्योहारों की लिस्ट में दिवाली का नाम आता है। दिवाली का त्योहार जगमग दीपों का त्योहार है इसमें माता लक्ष्मी-श्री गणेश जी का पूजन करते है। दिवाली के त्योहार में खुशियों में मिठास घोलने के लिए मिठाईयां बनाई जाती हैं लेकिन कई मामलों में मिठाईयां लोग बाजार से खरीदते है। रंगत औऱ खुश्बू तो मिठाई की अच्छी होती है लेकिन इनमें मिलावट की बू भी आती है। इसके लिए आप मिठाई नकली है या असली इसके बारे में आज हम आपको बताएंगे ताकि आपकी सेहत को किसी प्रकार का नुकसान नहीं पहुंचें।
यहां पर अगर आप त्योहार पर मिठाई खरीदने जा रहे हैं तो इस दौरान आपको इससे नकली है या असली इन टिप्स का ख्याल रखना चाहिए जो इस प्रकार है…
1-स्वाद से पहचानें
यहां दुकान पर मिठाई खरीदने के दौरान आपको इसका स्वाद लेना चाहिए। यहां पर मिठाई अगर आपकी नकली होगी तो इसके स्वाद में फर्क नजर आएगा खराब टेस्ट मिलावटी मिठाई का संकेत देता है।
2-रंग से पहचानें मिठाई
यहां पर मिठाई का स्वाद लेने के अलावा आप इसके रंग से पहचान सकते है। इसके लिए नकली मिठाईयों को अगर आप देखेंगे तो इसमें केमिकल रंग की चमक नजर आती है। अगर मिठाईयां नेचुरल है तो उसमें कम चमक होगी मिलावटी मिठाईयां चमकीली सी नजर आती है।
3-खूश्बू होती हैं अलग
अगर आपकी मिठाई असली वाली है तो आपको इसमें भीनी-भीनी खुश्बू समझ आ जाती हैं लेकिन मिलावटी मिठाईयों में कम खुश्बू होती है। ऐसे में मिठाई को खरीदने से पहले एकबार सूंघकर देख लेना चाहिए।
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4-फॉइल की करें जांच
नकली और असली मिठाई (Real Sweets) में एक फर्क यह भी है कि असली मिठाई पर चांदी का वर्क लगा होता है जबकि नकली मिठाई पर बहुत से दुकानदार फॉइल का वर्क लगाते हैं. इसकी जांच करने के लिए चम्मच से इस फॉइल को रगड़कर देखें. असली वर्क होगा तो चमचमाता हुआ नजर आएगा जबकि नकली फॉइल चमचमाता नहीं दिखेगा और जस का तस रहेगा.
5-मिठाई का टेक्सचर देखें
असली मिठाई का टेक्सचर (Texture) सोफ्ट, हल्की नमी वाला और कंसिस्टेंट होता है. इसके बिल्कुल उलट नकली मिठाई का टेक्सचर चिपचिपा, सख्त और अनइवन होता है यानी एक समान नहीं होता है.