
(प्रतीकात्मक तस्वीर)
Sitapur BLO Suicide Case: उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के अटरिया कस्बे में आज शुक्रवार को 30 वर्षीय बीएलओ उमेश ने अपने किराए के कमरे में फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली। उमेश दरियापुर पूर्व माध्यमिक विद्यालय में अनुदेशक थे और वर्तमान में उन पर विशेष सघन पुनरीक्षण (SIR) की जिम्मेदारी थी। जब लंबे समय तक उनका कमरा नहीं खुला, तो पुलिस ने लोहे का दरवाजा काटकर शव को बाहर निकाला। परिजनों के अनुसार, हाल ही में मिली बीएलओ ड्यूटी और काम के दबाव के कारण वे परेशान थे। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजकर जांच शुरू कर दी है।
न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक, अटरिया थाना प्रभारी राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि उमेश अटरिया कस्बे में अकेले रहते थे। घटना के वक्त घर का लोहे का दरवाजा अंदर से बंद था। पुलिस ने जब दरवाजा काटा, तो उमेश का शव कुंडे से लटका पाया गया। पुलिस का कहना है कि शुरुआती कानूनी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मामले की हर एंगल से जांच की जा रही है। हालांकि, अभी आत्महत्या की सटीक वजह स्पष्ट होना बाकी है।
मृतक के परिजनों ने काम के दबाव का मुद्दा उठाया है, वहीं उत्तर प्रदेश में बीएलओ की मौतों और आत्महत्याओं का मामला अब सियासी रंग भी ले चुका है। कांग्रेस, समाजवादी पार्टी और बसपा जैसे विपक्षी दलों ने इस मुद्दे पर सरकार को घेरा है। हालांकि, प्रशासन इन आरोपों को खारिज करता रहा है। नवंबर से जारी SIR अभ्यास के दौरान राज्य में बीएलओ की मौत की यह पहली घटना नहीं है, जिससे कार्यप्रणाली पर सवाल उठ रहे हैं।
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एसएचओ ने बताया कि घटना के समय उमेश अपने कमरे में अकेला था। जब काफी देर तक दरवाजा नहीं खुला, तो पुलिस को सूचना दी गई। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा खोलने की कोशिश की, लेकिन लोहे का दरवाजा अंदर से बंद होने के कारण नहीं खुला, इसलिए उसे कटर से काट दिया गया। कमरे के अंदर उमेश का शव फंदे से लटका हुआ मिला। पुलिस ने शव को नीचे उतारकर आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी करने के बाद पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया है।






