पीएम मोदी, फोटो- सोशल मीडिया
PM Modi Manipur Visit: प्रधानमंत्री का यह दौरा विपक्ष द्वारा उनकी चुप्पी और गैरहाजिरी को लेकर लगातार हो रही आलोचना के बाद हो रहा है। इस दौरान वह इंफाल और चुराचांदपुर में हिंसा प्रभावित लोगों से मिलेंगे और विकास परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे।
राज्य के मुख्य सचिव पुनीत कुमार गोयल ने शुक्रवार को प्रधानमंत्री के दौरे की पुष्टि की। उन्होंने कहा कि केवल हिंसा का न होना ही शांति नहीं है, बल्कि आपसी विश्वास, सुलह और सद्भाव भी जरूरी हैं। प्रधानमंत्री का यह दौरा राज्य में सामान्य स्थिति की बहाली और विकास के नए मार्ग खोलने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है।
मोदी 13 सितंबर को मिजोरम की राजधानी आइजोल से मणिपुर पहुंचेंगे। चुराचांदपुर में वह 7,300 करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। इसके अलावा इंफाल में 1,200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन भी करेंगे। वह आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों से बातचीत करेंगे और दो सार्वजनिक सभाओं को संबोधित करेंगे।
प्रधानमंत्री की इस यात्रा को लेकर विपक्ष ने सवाल उठाए हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने कहा कि प्रधानमंत्री का राज्य में केवल तीन घंटे रुकना शांति और सद्भाव को मजबूत नहीं करेगा, बल्कि यह सब एक राजनीतिक तमाशा बनकर रह जाएगा। कांग्रेस की मणिपुर इकाई के अध्यक्ष ने भी इसे केवल प्रतीकात्मक बताया और कहा कि इससे न तो न्याय मिलेगा और न ही स्थायी समाधान निकलेगा।
प्रधानमंत्री की यात्रा को देखते हुए राज्य सरकार ने व्यापक तैयारियां की हैं। गुरुवार को इंफाल में पीएम के कार्यक्रमों की घोषणा वाले बड़े-बड़े होर्डिंग्स लगाए गए। साथ ही सुरक्षा को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। कार्यक्रम स्थल पर लोगों को कोई नुकीली वस्तु, बैग, पानी की बोतल या छाता लाने की अनुमति नहीं दी गई है। 12 साल से कम उम्र के बच्चों और बीमार व्यक्तियों को कार्यक्रम में शामिल न होने की सलाह दी गई है।
यह भी पढ़ें: गणेश विसर्जन करने नाचते गाते जा रहे थे लोग, अचानक मौत ने किया तांडव, ट्रक ने आठ को रौंदा
चुराचांदपुर और इंफाल में कार्यक्रम स्थलों पर केंद्रीय और राज्य बलों की भारी तैनाती की गई है। प्रधानमंत्री की इस यात्रा को लेकर स्थानीय लोगों में मिलाजुला उत्साह है। राज्यसभा सांसद लीशेम्बा संजाओबा ने इसे राज्य के लिए सौभाग्य की बात बताया है। कुकी-जो संगठनों ने भी इस यात्रा का स्वागत करते हुए इसे ऐतिहासिक और दुर्लभ अवसर कहा है।