प्रतीकात्मक तस्वीर- परमाणु अटैक बेअसर (फोटो- AI)
नवभारत डिजिटल डेस्कः भारत और पाकिस्तान के बीच फिलहाल सीजफायर हो गया है। सीमा पर अभी शांति है, लेकिन दोनों देशों में तनाव अब भी है। भारत-पाकिस्तान की दुश्मनी आजादी के बाद से ही है। ऐसे में इस सीजफायर को स्थायी शांति के रूप में नहीं देखा जा रहा है, क्योंकि विवाद की मुख्य जड़ अभी जस की तस है। भारत किसी भी कीमत पर पाक अधिकृत कश्मीर को भारत में मिलाना चाहता है। वहीं पाकिस्तान भारत के हिस्से वाले कश्मीर को पाकिस्तान में मिलाना चाहता है।
कश्मीर विवाद का निपटारा ऑपरेशन सिंदूर में लगभग तय माना जा रहा था, लेकिन बीच में परमाणु बम आ गया है। ऐसा कहा जा रहा है भारत के सामने दोबारा घुटना टेकने ही वाला था पाकिस्तान लेकिन अमेरिका ने बचा लिया। कुछ लोगों का मानना है कि अगर दो दिन और जंग चलती तो पाकिस्तान परमाणु हथियारों का उपयोग करता। इसलिए भारत सीजफायर के लिए राजी हो गया।
भारत के एयर डिफेंस की ताकत पूरी दुनिया ने देखा
भारत को जितना डर परमाणु हमले का है उससे कहीं ज्यादा पाकिस्तान को डर है। इसकी दो वजहें हैं। पहली की पाकिस्तान क्षेत्रफल के मामले में काफी छोटा है। ऐसे में भारत के परमाणु हमले में पूरा देश ही खत्म हो जाएगा। दूसरी वजह भारत का एयर डिफेंस सिस्टम है। भारत S-400, आकाश और पृथ्वी जैसै एयर डिफेंस सिस्टम हैं। जो किसी भी हवाई हमले को बेअसर कर देंगे। वहीं पाकिस्तान की बात करें तो ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पूरी दुनिया ने मेड इन चाइना एयर डिफेंस को फेल होते हुए देखा।
भारत कैसे रोकेगा परमाणु हमला
AI से आज के समय में सबकुछ संभव है। AI ने एक वीडियो बनाया है, जिसमें भारत का एयर डिफेंस सिस्टम परमाणु बम को हवा में ही मार गिराता है। इस वीडियो में पूरा प्रोसेस दिखाया और बताया गया है। कैसे एयर डिफेंस सिस्टम काम करता है।
If Pakistan dares to launch a nuclear missile, India will strike back instantly.
S-400, AAD, and Prithvi Air Defence — we’ll destroy it mid-air before it hits.
“No First Use” is our policy, but the response will be unforgettable.
(An excellent cinematic presentation) pic.twitter.com/PHgaPz1rqU— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) May 12, 2025
बता दें कि भारत के एयर डिफेंस सिस्टम का अभी तक किसी भी परमाणु हमले को रोकने के लिए प्रयोग नहीं किया गया है। इसकी वजह है कि पूरी दुनिया पिछले कई दशक से परमाणु हथियारों का उपयोग किसी भी देश ने नहीं किया है।