डोनाल्ड ट्रंप व नरेन्द्र मोदी (कॉन्सेप्ट फोटो)
PM Modi Message to Trump: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एच-1बी वीज़ा के लिए आवेदन शुल्क बढ़ाकर सालाना 1,00,000 डॉलर या लगभग 88 लाख रुपये करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं। ट्रंप ने गोल्ड कार्ड वीज़ा कार्यक्रम की स्थापना के लिए भी एक आदेश पर हस्ताक्षर किए हैं।
ट्रंप के इस आदेश पर दस्तखत करते ही अब किसी व्यक्ति के लिए इसकी क़ीमत दस लाख डॉलर यानी लगभग नौ करोड़ रुपये और कंपनियों के लिए 20 लाख डॉलर यानी 18 करोड़ रुपये रखी गई है। भारत से तमाम लोग अमेरिका में काम करने के लिए जाते हैं। ऐसे में सवाल यह उठ रहे हैं कि ट्रंप ने एक बार फिर पीएम मोदी को दोस्त कहकर पीठ में खंजर घोंपने का काम किया है। लेकिन पीएम मोदी ने भी गुजरात से उन्हें सख्त संदेश दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को गुजरात के भावनगर में आयोजित “समुद्र से समृद्धि” कार्यक्रम में देश भर में कई प्रमुख विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस अवसर पर, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत का सबसे बड़ा दुश्मन किसी देश से दुश्मनी नहीं, बल्कि विदेशों पर उसकी निर्भरता है और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को पूरा करने के लिए इसे समाप्त करना होगा।
भावनगर में एक विशाल जनसभा को संबोधित करते हुए, प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, “आज भारत विश्व बंधुत्व की भावना के साथ आगे बढ़ रहा है। हमारा कोई बड़ा दुश्मन नहीं है, लेकिन अगर कोई सबसे बड़ा दुश्मन है तो वह दूसरों पर हमारी निर्भरता है। यह भारत की सबसे बड़ी कमजोरी है और हमें मिलकर इसे हराना होगा।
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आत्मनिर्भर भारत में ही 1.4 अरब देशवासियों का भविष्य सुरक्षित है। अगर हम दूसरों पर निर्भर रहेंगे, तो हमारा स्वाभिमान और आने वाली पीढ़ियों का भविष्य, दोनों खतरे में पड़ जाएंगे।” उन्होंने आगे कहा कि आत्मनिर्भर भारत देश की ताकत, सम्मान और स्थिरता का आधार होगा।
माना जा रहा है कि पीएम मोदी ने आत्मनिर्भरता का संदेश देशवासियों से ज्यादा डोनाल्ड ट्रंप को दिया है। क्योंकि यदि भारत आत्मनिर्भर हो जाएगा तो उसे न तो किसी अमेरिकी वीजा की आवश्यकता होगी और न ही डोनाल्ड ट्रंप उसे लेकर मनमानी कर पाएंगे। गौरतलब है कि पीएम मोदी सत्ता में आने के बाद से ही ‘आत्मनिर्भर भारत’ मुहिम को बढ़ावा दे रहे हैं।