
प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Bengaluru News: पुलिस ने बेंगलुरु की एक बीपीओ कंपनी के चार प्रबंधक-स्तर के कर्मचारियों को मुक्त कराया है, जिन्हें कथित तौर पर आठ लोगों के एक गिरोह ने अपहरण कर लिया था। अपहरणकर्ताओं ने खुद को पुलिसकर्मी के रूप में पेश किया था।
पुलिस ने इस मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने कथित तौर पर कंपनी के संचालन प्रबंधक से 8.90 लाख रुपये की जबरन वसूली की थी और उनसे और अधिक पैसे की मांग कर रहे थे। पुलिस सूत्रों के अनुसार यह घटना शुक्रवार मध्यरात्रि के आसपास हुई और अधिकांश आरोपी कोलार के निवासी हैं।
सूत्रों ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्तियों में से एक को कोलार में पुलिस कांस्टेबल बताया जा रहा है और इस मामले की जांच जारी है। अधिकारियों ने बताया कि आरोपियों ने खुद को साइबर अपराध की जांच में शामिल पुलिसकर्मी बताया था। अपहरण किए गए बीपीओ प्रबंधकों को कोलार जिले के मलूर में बंधक बना कर रखा गया था।
बेंगलुरु दक्षिण-पूर्व की पुलिस उपायुक्त(डीसीपी) सारा फातिमा ने शनिवार को पत्रकारों से कहा, ‘‘शुक्रवार की आधी रात एक बजे, पुलिस बनकर पहुंचे आठ लोग कोरामंगला थाना क्षेत्र के एक बीपीओ में काम करने वाले चार प्रबंधक-स्तर के कर्मचारियों को पूछताछ के बहाने अपने साथ ले गए और उनका अपहरण कर लिया।’’
पुलिस उपायुक्त ने बताया कि पुलिस को शनिवार की सुबह 4:30 बजे यह शिकायत मिली और मामले का पता लगाने के लिए तत्काल चार टीमों का गठन किया गया। उन्होंने कहा कि सभी आठ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और अपहरण में इस्तेमाल किए गए दो वाहन जब्त किए गए हैं। डीसीपी ने बताया कि गिरफ्तार किए गए अधिकांश आरोपी कोलार जिले के निवासी हैं और विभिन्न प्रकार की नौकरियों में कार्यरत हैं।
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इससे पहले बेंगलुरु में 20 नवंबर (मंगलवार) को अपराधियों ने एक बड़ी डकैती को अंजाम दिया। जयनगर के अशोक स्तंभ के पास दिनदहाड़े एटीएम फंड ले जा रही सीएमएस कैश वैन को रोककर करोड़ों रुपये लूट लिए गए। कंपनी ने पुलिस से अज्ञात डकैतों पर कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है।






