दिमाग का कैसे रखें ख्याल (सोशल मीडिया)
दुनिया में छोटी से बड़ी बीमारी किसी ना किसी छोटी सी लापरवाही से पनपती है। जहां पर बीमारी के प्रति अच्छी तरह से ख्याल नहीं रखा तो मुश्किल बढ़ ही जाती है। आज हम बात कर रहे है ब्रेन ट्यूमर बीमारी के बारे में इसके मामले हर साल भारत में जहां पर 25 हजार से ज्यादा के करीब देखने के लिए मिलते है। इस ब्रेन ट्यूमर नामक बीमारी के लक्षण शुरूआत में ही दिखने लगते है लेकिन मरीज की थोड़ी सी लापरवाही मौत की कगार पर लाकर खड़ी कर देती है। ब्रेन ट्यूमर कैसे पनपता है और इससे बचाव कैसे संभव है चलिए जानते है इसके बारे में।
यहां पर ब्रेन ट्यूमर को लेकर डॉ मनाली बताती हैं कि, जब इंसान के मस्तिष्क में जब सेल्स और टिश्यू की गांठ बन जाती है तो यह ब्रेन ट्यूमर का कारण बनती है। यहां पर ब्रेन ट्यूमर को कैंसर के रूप में देखा जाता है। ब्रेन ट्यूमर को कैंसर के रूप में देखा जाता है, लेकिन ये कैंसर और बिना कैंसर वाले दोनों प्रकार के ही होते हैं. लेकिन ये बीमारी काफी खतरनाक होती है जिससे मौत का खतरा भी बढ़ जाता है। ब्रेन ट्यूमर क्यों होता है इसके कारणों को जानें तो, पांच फीसदी मामलों में ये जेनेटिक कारणों से हो सकता है यानी, एक से दूसरी पीढ़ी मे ये बीमारी जा सकती है।
ब्रेन ट्यूमर का खतरा आपके मामूली से सिरदर्द से भी पनप सकता है। इसे लेकर डॉ.मनाली बताती है कि, ब्रेन ट्यूमर के लक्षण में सिरदर्द होने के साथ ही आपको आंखों में धुंधलापन भी हो सकता है। इन लक्षणों के अलावा अगर किसी व्यक्ति को बेहोशी आ जाती है, बोलने में परेशानी हो रही है, हाथ या पैर सुन्न हो रहे हैं, तो ये भी ट्यूमर के लक्षण हो सकते है जिसे पहचान कर जल्द इलाज करना जरूरी होता है। अगर थोड़ी सी भी देरी हो गई तो यह जानलेवा साबित होता है।
इसे लेकर कहा गया कि, अगर व्यक्ति में ब्रेन ट्यूमर के लक्षण दिखने लगे तो न्यूरो के डॉक्टर के पास जाएं. डॉक्टर आपका हेड सीटी स्कैन और ब्रेन का एमआरआई कर सकते हैं. सर्जरी, कीमोथेरेपी, रेडियोथेरेपी व टार्गेटेड थेरेपी से इसका इलाज किया जाता है।
सबसे पहले लक्षणों को पहचानकर उनका तुरंत इलाज संभव कराएं। किसी भी परेशानी और चिंता को अपने दिमाग पर हावी ना होने दें सिरदर्द की समस्या गंभीर होती जा रही है तो इसके लिए तुरंत इलाज खोजना चाहिए।