वॉटर वेट की समस्या (सौ. सोशल मीडिया)
कोरोना महामारी के बाद से कई गंभीर बीमारियां पनपने लगी है जहां पर हर किसी का असर हमारी सेहत पर पड़ता है। क्या आपने कभी वॉटर वेट की समस्या के बारे में जाना है। आखिर क्या होती है यह समस्या। दरअसल व्यक्ति के शरीर के हर अंग में सूजन और फूलने की समस्या देखने के लिए मिलती है तो इसे शरीर में अतिरिक्त पानी जमा होने की स्थिति कहते है। इस स्वास्थ्य समस्या को वॉटर वेट की समस्या और फ्लूड रिटेंशन कहा जाता है।
वैसे तो यह समस्या आम है यानि केवल एक नहीं कई लोगों में नजर आती है लेकिन इसके शरीर में गंभीर परिणाम नहीं हो इसके लिए आज हम आपको कुछ खास बचाव के तरीकों के बारे में बता रहे है जो फायदेमंद रहेंगे।
वॉटर वेट की समस्या से बचने के लिए आपको खास तरीके अपनाने चाहिए जो आपके लिए फायदेमंद हो सकती है।
1- जर्नल ऑफ क्लिनिकल बायोकेमिस्ट्री एंड न्यूट्रिशन में पब्लिक रिसर्च के अनुसार नींबू पानी पीने से हाइड्रेशन और मेटाबॉलिक फंक्शन में सुधार हो सकता है, जिससे फ्लूड रेटेंशन को कम करने में मदद मिलती है। इस समस्या के लिए आपको दिन की शुरुआत में ही गर्म पानी में नींबू डालकर पीना चाहिए। यह शरीर का डिटॉक्सिफिकेशन करने के साथ ही शरीर को हाइड्रेट रखने का काम करता है।
2- आप सुबह का नाश्ता लेते है तो कोशिश करें इसमें नमक की मात्रा सीमित हो। कहते हैं कि, फ्लूड रिटेंशन की समस्या से पानी की मात्रा बढ़ाने में सोडियम यानि नमक जिम्मेदार होता है। आप नाश्ते में ताजे फल, दूध, अंडे या साबुत अनाज का सेवन करना चाहिए।
3- यहां पर वॉटर वेट या फ्लूड रिटेंशन की समस्या से बचने के लिए आपको एक्सरसाइज को डेली रूटीन में शामिल करना चाहिए। इसके लिए आप वॉकिंग, योग या स्ट्रेचिंग का करीब 30 मिनट का फॉर्मूला अपनाएं। रिसर्च में बताया गया है कि, सुबह हल्की एरोबिक एक्टिविटीज फ्लूड रिटेंशन में सुधार लाने के साथ एक्सट्रा सोडियम निकालने में सहायक हो सकती है।
4- शरीर में फ्लूड रिटेंशन की समस्या को कंट्रोल में करने के लिए आपको मैग्नीशियम और पोटेशियम वाले फूड्स को शामिल करना चाहिए। इसके लिए इसके लिए केला, पालक, दही और मैग्नीशियम रिच फूड जैसे बादाम, डार्क चाॅकलेट जैसी चीजें होती है जो सेहत के लिए फायदा पहुंचाती है ना कि, नुकसान।
5- आप दूध वाली चाय पीने की बजाय हर्बल टी को डाइट में शामिल करें। सुबह के समय ग्रीन टी, डैंडेलियन या जिंजर टी पीने से वॉटर रिटेंशन को कम करने में मदद मिलती है. ये हर्बल टी शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर निकालती है और डाययूरेटिक के रूप में काम करती हैं। यहां पर कहा जाता है कि, इस चाय को पीने से पांच घंटे के अंदर यूरिन आउटपुट की मात्रा बढ़ जाती है, फ्लूड रिटेंशन से निजात पाने में मदद मिलती है।