
मनीष मल्होत्रा: बुटीक में कपड़े फोल्ड करने वाले डिजाइनर का अद्भुत सफर, 'स्वर्ग' ने दिया पहला ब्रेक
Manish Malhotra: बॉलीवुड के सबसे सफल और प्रतिष्ठित फैशन डिजाइनरों में से एक मनीष मल्होत्रा का आज (5 दिसंबर) जन्मदिन है। वह खुद में एक ब्रांड बन चुके हैं, जिनकी भागीदारी के बिना बॉलीवुड से जुड़ा कोई भी इवेंट या बड़ा प्रोजेक्ट अधूरा लगता है। सितारों की चमक में चार चांद लगाने वाले मनीष मल्होत्रा की कहानी साधारण, लेकिन बेहद प्रेरणादायक है।
5 दिसंबर 1966 को जन्मे मनीष मल्होत्रा ने कभी मुंबई के बांद्रा की एक छोटी सी बुटीक में महज 500 रुपये महीना कमाया था। कपड़े फोल्ड करने और कस्टमर को दिखाने से शुरू हुआ उनका यह सफर आज मुंबई के बाद दुबई, लंदन और दिल्ली तक पहुँच चुका है। उनकी माँ उनकी पहली प्रेरणा थीं, जिन्होंने हमेशा उन्हें हौसला दिया।
एक इंटरव्यू में मनीष ने बताया था कि उन्हें बचपन से ही फिल्मों का जुनून था और दसवीं क्लास में उन्हें हर शुक्रवार नई फिल्म का इंतजार रहता था। भले ही पढ़ाई में उनका दिमाग ज्यादा नहीं लगता था, लेकिन उन्हें रंग, कागज और पेंसिल से खासा लगाव था। वह अपनी माँ के लिए साड़ी देखने या खरीदने मार्केट जाते थे, जहाँ उनकी पसंद माँ को भा जाती थी। यहीं से उन्हें फैशन में रुचि पैदा हुई।
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स्कूल की पढ़ाई पूरी करने के बाद, इसी प्रेरणा के साथ मनीष ने बुटीक में नौकरी शुरू की। उनके लिए दिनभर कपड़े फोल्ड करना, कस्टमर को दिखाना और डिजाइन समझना भविष्य का रास्ता तलाशने की तरह था। वह बुटीक में घंटों बैठकर स्केच करते थे और नए-नए डिजाइनों को समझते थे। वह हर दिन नए आइडियाज को पन्ने पर उतारते थे, जो उनके भविष्य की नींव बने।
मनीष के करियर के लिए साल 1990 की फिल्म ‘स्वर्ग’ टर्निंग प्वॉइंट साबित हुई। गोविंदा, जूही चावला और राजेश खन्ना स्टारर इस फिल्म में उन्हें 25 साल की उम्र में पहला ब्रेक मिला। फिल्म में उनके कॉस्ट्यूम डिजाइन को खूब पसंद किया गया। इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और ‘गुमराह’ और ‘रंगीला’ जैसी फिल्मों के कॉस्ट्यूम डिजाइन किए। इसके बाद उन्होंने ‘दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे’, ‘कभी खुशी कभी गम’ और ‘ऐ दिल है मुश्किल’ जैसी कई सफल फिल्मों का हिस्सा बनकर सफलता की सीढ़ी लगातार चढ़ते गए।






