1954 में शुरू हुई थी फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की परंपरा
70th Filmfare Awards: 70वें फिल्मफेयर अवॉर्ड्स के आयोजन के साथ ही बॉलीवुड के सबसे प्रतिष्ठित पुरस्कार का इतिहास एक बार फिर चर्चा में है। फिल्मफेयर अवॉर्ड्स की शुरुआत साल 1954 में द टाइम्स ऑफ इंडिया की फिल्मफेयर मैगजीन ने हिंदी सिनेमा की उपलब्धियों को सम्मानित करने के उद्देश्य से की थी। संयोग से उसी साल नेशनल फिल्म अवॉर्ड्स की भी शुरुआत हुई थी।
पहली सेरेमनी 1 मार्च 1954 को मुंबई के मेट्रो थिएटर में आयोजित हुई थी। शुरुआत में इसे ‘क्लैर अवॉर्ड’ कहा गया था, जो उस वक्त टाइम्स ऑफ इंडिया की एडिटर क्लैर मेंडोन्का के नाम पर रखा गया था। बाद में इसका नाम बदलकर ‘फिल्मफेयर अवॉर्ड’ कर दिया गया। उस समय सिर्फ 5 कैटेगरीज बेस्ट फिल्म, बेस्ट डायरेक्टर, बेस्ट एक्टर, बेस्ट एक्ट्रेस और बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर में अवॉर्ड दिए गए थे।
पहली बार फिल्म ‘दो बीघा जमीन’ को बेस्ट फिल्म और बेस्ट डायरेक्टर (बिमल रॉय) का अवॉर्ड मिला। मीना कुमारी को बैजू बावरा के लिए बेस्ट एक्ट्रेस और दिलीप कुमार को दाग के लिए बेस्ट एक्टर का सम्मान मिला। वहीं बैजू बावरा के ही लिए नौशाद अली को बेस्ट म्यूजिक डायरेक्टर का अवॉर्ड मिला। पहली सेरेमनी में हॉलीवुड के दिग्गज ग्रेगोरी पेक को गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में बुलाया गया था, लेकिन फ्लाइट में देरी के कारण वे मुख्य कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सके और सिर्फ डिनर अटेंड कर पाए।
फिल्मफेयर की ट्रॉफी को ‘द ब्लैक लेडी’ कहा जाता है। इसे टाइम्स ऑफ इंडिया के आर्ट डायरेक्टर वॉल्टर लैंघामेर की देखरेख में एन. जी. पंसारे ने डिजाइन किया था। यह ट्रॉफी 46.5 सेंटीमीटर ऊंची और 5 किलो वजनी होती है, जो कांस्य (ब्रॉन्ज) की बनी होती है। 25वीं सालगिरह पर इसे चांदी से बनाया गया था, जबकि 50वीं सालगिरह पर असली सोने की ट्रॉफी दी गई थी।
अब तक शाहरुख खान और दिलीप कुमार के पास बेस्ट एक्टर के 8-8 फिल्मफेयर अवॉर्ड्स हैं। सबसे ज्यादा कुल अवॉर्ड्स का रिकॉर्ड गुलजार (22 अवॉर्ड) के नाम है। इसके बाद ए. आर. रहमान (17), अमिताभ बच्चन (16), शाहरुख खान (15) और दिलीप कुमार (10) का नाम आता है। वर्तमान में फिल्मफेयर में 33 कैटेगरीज में अवॉर्ड दिए जाते हैं।