मुंबई: एआर रहमान और सायरा बानो की तलाक की खबर से उनके फैंस निराशा हैं। रहमान परिवार की तरफ से लोगों से अनुरोध किया गया है इस मुश्किल वक्त में हमारी प्राइवेसी का सम्मान करें। एआर रहमान का जन्म तमिलनाडु के चेन्नई में हुआ था। जन्म के बाद उनका नाम दिलीप कुमार राजगोपाल रखा गया था। रहमान का जन्म हिंदू परिवार में हुआ था लेकिन परिवार ने एआर रहमान के जन्म के 22 साल बाद अपना धर्म बदल लिया। तब से दिलीप कुमार राजगोपाल अल्लाह रक्खा रहमान यानी एआर रहमान बन गए।
एआर रहमान का बचपन गरीबी में बीता, 9 साल की उम्र में उनके सर से पिता का साया उठ गया था। घर में कमाने वाला और कोई नहीं था, पिता के संगीत उपकरणों के किराए से परिवार का खर्चा चल रहा था। इसी बीच रहमान को अपनी स्कूल की पढ़ाई बीच में ही छोड़नी पड़ी। कम उम्र में ही रहमान को काम करना पड़ा। 22 साल की उम्र में परिवार ने इस्लाम धर्म को कबूल कर लिया। ऐसे में उनकी मां कस्तूरी मुदलियार करीमा बेगम बन गई और 22 साल के दिलीप कुमार राजगोपाल अल्लाह रक्खा रहमान (एआर रहमान) बन गए।
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ए आर रहमान ने अपने करियर के शुरुआती दौर में कुछ विज्ञापनों और जिंगल्स के लिए म्यूजिक तैयार किया। जिनमें से अल्वीन घड़ी की जिंगल और टाइटन वॉच की जिंगल बेहद लोकप्रिय हुई। 1992 में एआर रहमान ने मणिरत्नम की फिल्म रोजा के लिए साउंडट्रैक तैयार किया और उसके बाद एआर रहमान ने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा। वह एक से बढ़कर एक म्यूजिक देते चले गए और स्लमडॉग मिलेनियर फिल्म के जय हो जीत के लिए उन्हें ऑस्कर से नवाजा गया।