नारायण राणे और शरद पवार (डिजाइन फोटो)
मुंबई: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के शनिवार को घोषित होने वाले परिणाम पर पूरे देश की निगाहें टिकी हैं। हालांकि परिणाम घोषित होने में अभी कुछ और घंटे लगेंगे लेकिन इससे पहले तरह-तरह की अटकलों के कारण सियासी पारा काफी चढ़ गया है। तो वहीं बड़बोले नेताओं की बयानबाजी के कारण लोगों में जबरदस्त भ्रम का माहौल देखने को मिल रहा है।
इसी दौरान बीजेपी के सांसद व पूर्व मंत्री नारायण ने शुक्रवार को यह कहकर सभी को सकते में डाल दिया कि चुनाव परिणाम की घोषणा के बाद विपक्षी गठबंधन में शामिल राष्ट्रवादी नेता शरद पवार महाविकास आघाड़ी का साथ छोड़ सकते हैं। इसके बाद सियासी हलकों में यह चर्चा जोर पकड़ने लगी है कि क्या शरद पवार अपनी ख्याति के अनुरूप एक बार फिर से पलटी मार सकते हैं?
नारायण राणे का दावा है कि विधानसभा नतीजों की घोषणा के बाद शरद पवार महायुति के साथ आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि शरद पवार दो तरह के हैं। वह अपनी पार्टी के विधायकों और राज्य के हित में किसी भी वक्त अपना ट्रैक बदल सकते हैं। वे किसी भी तरफ जा सकते हैं। वह उद्धव ठाकरे और कांग्रेस का छोड़ देंगे और सीएम एकनाथ शिंदे के साथ भी जा सकते हैं। ऐसा कहते हुए राणे ने दावा किया कि शरद पवार महायुति से हाथ मिला सकते हैं।
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गौरतलब हो कि पवार और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की घनिष्ठता को लेकर शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक एकनाथ शिंदे भी बयान दे चुके हैं। ऐसे में राणे के बयान के बाद पवार के रुख को लेकर लोगों में उत्सुकता बढ़ गई है।
बता दें कि 2019 विधानसभा चुनाव के नतीजें आने के बाद शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ दिया था और कांग्रेस व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के साथ हाथ मिलाकर सरकार बना ली थी। लेकिन इसके पहले शरद पवार के भतीजे अजित पवार ने कुछ विधायकों को साथ लेकर बीजेपी से हाथ मिलाया और बीजेपी नेता देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री व अजित पवार ने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली थी। हालांकि यह सरकार केवल पांच दिन ही चली थी।
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कहा जाता है कि अजित पवार के भाजपा के साथ जाने में शरद पवार का ही हाथ था। इस बात का दावा देवेंद्र फडणवीस कई बार कर चुके है। ऐसे में चुनाव परिणामों के बाद शरद पवार किस तरफ जाएंगे यह कहा नहीं जा सकता।