
शरद पवार और अदाणी की मीटिंग (सौजन्य-IANS)
Gautam Adani Baramati visit: मुंढवा इलाके से सामने आए बहुचर्चित जमीन विवाद ने एक बार फिर राजनीतिक और कॉरपोरेट हलकों में हलचल बढ़ा दी है। इस बीच देश के प्रमुख उद्योगपति गौतम अदाणी की हालिया बारामती यात्रा चर्चा का केंद्र बन गई है। बारामती में अजाणी की मुलाकात शरद पवार, अजीत पवार और पार्थ पवार से हुई, जिसने कई नए सवाल खड़े कर दिए हैं।
सोशल एक्टिविस्ट विजय कुंभार ने एक्स पर पोस्ट कर जानकारी साझा की है कि अदाणी समूह का प्रीमियम रियल एस्टेट प्रोजेक्ट ‘एटेलियर ग्रीन’ विवादित मुंढवा जमीन के बिल्कुल समीप स्थित है। इसी कारण सामाजिक कार्यकर्ता यह सवाल उठा रहे हैं कि यह पूरा जमीन प्रकरण केवल अवैध लेन-देन तक सीमित है या इसके पीछे किसी बड़े हित का संरक्षण भी शामिल हो सकता है। विजय ने मांग की है कि जांच में यह स्पष्ट होना चाहिए कि इस विवाद से किसे वास्तविक लाभ पहुंचा है।
जानकारों के मुताबिक, बारामती में हुई यह मुलाकात सामान्य शिष्टाचार भेंट से कहीं अधिक मानी जा रही है। समर्थक इसे उद्योग और विकास से जुड़ी चर्चा बता रहे हैं, जबकि सामाजिक कार्यकर्ता इसे सत्ता और पूंजी के संभावित गठजोड़ के रूप में देख रहे हैं। खासतौर पर तब, जब मुंढवा जमीन मामले की जांच अभी अधूरी है और कई तथ्य सार्वजनिक होने बाकी हैं।
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प्रशासन का दावा है कि जांच पूरी तरह निष्पक्ष और कानून के तहत चल रही है। लेकिन आम जनता और राजनीतिक गलियारों में यह सवाल लगातार गूंज रहा है कि क्या यह सब महज संयोग है या फिर सत्ता, निकटता और मुनाफे की सोची-समझी कड़ी। ऐसे मामलों में पारदर्शिता और जवाबदेही की मांग और भी मजबूत होती जा रही है।






