
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे (सोर्स: सोशल मीडिया)
ठाणे/पालघर: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बीते बुघवार को ठाणे जिले में 56.05 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के निर्वाचन क्षेत्र कोपरी-पचपाखड़ी में 59.85 प्रतिशत ही मतदान हुआ। निर्वाचनअधिकारियों द्वारा साझा किए गए ताजा आंकड़ों में बताया गया कि पालघर जिले में 65.95 प्रतिशत मतदान हुआ। जानकारी दें कि, महाराष्ट्र की 288 विधानसभा सीट के लिए बीते बुधवार सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक मतदान हुआ।
वहीं सुबे के ठाणे जिले में 18 विधानसभा क्षेत्र हैं, जबकि पालघर जिले में छह सीटें हैं। ठाणे में भिवंडी ग्रामीण निर्वाचन क्षेत्र की बात करें तो यहां सबसे अधिक 69.01 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि अंबरनाथ में सबसे कम 47.75 प्रतिशत मतदान हुआ।
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वहीं जिला निर्वाचन द्वारा साझा किए गए आंकड़ों के अनुसार, ठाणे में मुख्यमंत्री शिंदे के निर्वाचन क्षेत्र कोपरी-पचपाखड़ी में 59.85 प्रतिशत मतदान हुआ। पालघर में कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में बुधवार रात नौ बजे तक मतदान जारी रहा। दर्ज आंकड़ों के अनुसार, पालघर जिले के विक्रमगढ़ में सबसे अधिक 77.75 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि वसई में सबसे कम 60.46 प्रतिशत मतदान हुआ है।
जानकारी दें कि, महाराष्ट्र विधानसभा की 288 विधानसभा सीटों के लिए बीते बुधवार को सिंगल फेज में ही वोटिंग हुई है। सुबे में शिवसेना और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में टूट के बाद कुल जमा 158 दल चुनाव मैदान में हैं। इनमें 6 बड़ी पार्टियां दो गठबंधनों का हिस्सा बनकर चुनाव लड़ी हैं।
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इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (BJP) की अगुआई में शिंदे गुट की शिवसेना और अजित पवार की NCP महायुति का हिस्सा रहीं हैं। वहीं कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना (UBT) और शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) यानी NCP(SP) महाविकास अघाड़ी का हिस्सा बनी हुई हैं।
इस चुनाव में राज्य में अनुमानित तौर पर 65 % से ज्यादा मतदान दर्ज किया गया है। यह पिछले विधानसभा चुनाव के मुकाबले करीब 4% ज्यादा रहा है। 2019 के चुनाव में यहां 61.74% वोटिंग हुई थी। इसके साथ ही नक्सल प्रभावित गढ़चिरौली जिले में 73.68 प्रतिशत मतदान हुआ, जबकि देश की वित्तीय राजधानी मुंबई में 52.07 % मतदान ही हुआ। 2019 के चुनाव में मुंबई में मतदान का आंकड़ा 50.67 % था।
इस बार विधानसभा की सभी 288 विधानसभा सीटों पर लोगों ने 1,00,186 बूथ पर 4,100 से अधिक उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला किया।मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। वहीं इस बार उम्मीदवारों की संख्या में भी 28% की वृद्धि हुई । इस साल 4,136 उम्मीदवारों ने चुनाव लड़ा, जबकि 2019 के चुनाव में यह संख्या 3,239 ही थी। इन उम्मीदवारों में 2,086 निर्दलीय थे। वहीं डेढ़ सौ से अधिक निर्वाचन क्षेत्रों में बागी इस बार मैदान में रहे। (एजेंसी इनपुट के साथ)






