
वसई विरार मनपा (सौ. सोशल मीडिया )
Vasai Virar Mayor Chair: वसई-विरार मनपा निकाय चुनाव की रणभेरी बजते ही मनपा प्रशासन भी पूरी तरह सक्रिय हो गया है। महापौर कक्ष, सभागृह और कार्यालयों की साफ-सफाई शुरू हो चुकी है।
साथ ही महापौर के लिए रखी गई तीनों कुर्सियों का रंग-रोगन कर उन्हें भी सजाया गया है। लेकिन, अब चर्चा इस बात को लेकर चल रही है कि, अब इस कुर्सी पर किस राजनीतिक दल का महापौर विराजमान होगा, वसई-विरार मनपा की स्थापना वर्ष 2009 में हुई थी।
इसके बाद पहला चुनाव 2010 में और दूसरा चुनाव 2015 में हुआ था, जिसका कार्यकाल 28 जून 2020 को समाप्त हो गया था। लेकिन कोरोना महामारी, गांवों को बाहर करने का विवाद और आरक्षण जैसे मुद्दों के चलते यह निकाय चुनाव टलते रहा है। लगभग 5 साल के लंबे इंतजार के बाद अब चुनाव होने जा रहा है।
23 दिसंबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है और 15 जनवरी 2026 को 115 सीटों के लिए मतदान होगा। हाल ही में पालघर जिले की 4 नगर परिषदों के चुनाव हुए, जहां अध्यक्ष का चुनाव सीधे मतदाताओं से हुआ और आरक्षण पहले घोषित किया गया था।
लेकिन मनपा में चुनाव के बाद महापौर पद का आरक्षण घोषित किया जाता है। इसलिए 16 जनवरी को परिणाम आने के बाद ही यह स्पष्ट होगा कि महापौर कौन बनेगा। प्रशासकीय राज खत्म होने के बाद मनपा की बागडोर फिर जनप्रतिनिधियों के हाथ में जाएगी।
इसी तैयारी के तहत प्रशासन ने महापौर कक्ष और कार्यालयों को सुसज्जित किया है। लेकिन इन सजी हुई कुर्सियों पर किस दल का प्रतिनिधि बैठेगा, यह अभी निश्चित नहीं है। अब तक 6 महापौर रह चुके हैं और सातवें महापौर को लेकर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
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