बोरीवली विधानसभा सीट का इतिहास
मुंबई: बोरीवली विधानसभा बीजेपी के लिए अहम सीट है, क्योंकि सन 1978 से भाजपा ही इस सीट पर जीत हासिल करते हुए आ रही है। 1952 से लेकर 1978 तक कांग्रेस का सीट पर दबदबा था लेकिन उसके बाद से कांग्रेस इस सीट पर कभी भी जीत हासिल नहीं कर पाई है। 2024 के विधानसभा चुनाव में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कांग्रेस इस सीट पर जीत हासिल करने में कामयाब होती है।
बोरीवली विधानसभा सीट पर कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही आमने-सामने की लड़ाई होती है। इस सीट पर तीसरी पार्टी के बीच लड़ाई कम ही देखने को मिली है, यानी इस बार भी मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच ही देखने को मिलेगा। इस बार भी इस सीट पर बीजेपी की ही पलड़ा भारी है ये कहा जा सकता है।
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बोरीवली विधानसभा सीट का इतिहास
1952 में हुए पहली बार चुनाव में माधव देशपांडे ने कांग्रेस के लिए इस सीट पर जीत हासिल की थी। इसके बाद 1957, 1962, 1967 और 1972 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जीत का झंडा गाड़ा। वहीं 1978 से लेकर अब तक बीजेपी इस सीट पर जीत हासिल कर रही है।
बोरीवली विधानसभा सीट पर कब किसने मारी बाजी
2019: सुनील दत्तात्रेय राणे, भाजपा
2014: विनोद तावड़े , भाजपा
2009: गोपाल शेट्टी, भाजपा
2004: गोपाल शेट्टी, भाजपा
1999: हेमेन्द्र मेहता, भाजपा
1995: हेमेन्द्र मेहता, भाजपा
1990: हेमेन्द्र मेहता, भाजपा
1985: राम नाईक, भाजपा
1980: राम नाईक, भाजपा
1978: राम नाईक, जेएनपी
बोरीवली विधानसभा सीट पर जातीय समीकरण
बोरीवली विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में कुल वोटर की संख्या 2,86,913 के आसपास है। अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या करीब पांच प्रतिशत के आसपास है। मुस्लिम वोटर दो प्रतिशत के आसपास हैं और यह इलाका शहरी आबादी में आता है। यहां 100 फ़ीसदी आबादी शहर में रहने वाली है।