प्रतीकात्मक तस्वीर- नक्सली (फोटो-सोशल मीडिया)
हैदराबाद: सुरक्षाबलों को नक्सल विरोधी अभियान के तहत बड़ी सफलता हाथ लगी है। तेलंगाना के भद्राद्री कोठागुडेम जिले में शुक्रवार को पुलिस के समक्ष पड़ोसी राज्य छत्तीसगढ़ के प्रतिबंधित संगठन भाकपा (माओवादी) के 38 सदस्यों ने आत्मसमर्पण कर दिया। इसके अलावा छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास से विस्फोटक और अन्य सामान बरामद किए गए हैं।
नक्सल विरोधी अभियान छत्तीसगढ़ और तेलंगाना में काफी जोर-शोर से चलाया जा रहा है। इससे पहले भी बड़ी संख्या में नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। गृहमंत्री अमित शाह ने 2026 तक छत्तीसगढ़ को नक्सल मुक्त बनाने का वादा किया है। इसलिए नक्सल विरोधी अभियान काफी तेजी से चलाया जा रहा है और उम्मीद के अनुरू सफलता भी मिल रही है।
तेलंगाना पुलिस की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि इस वर्ष जनवरी से अब तक 265 माओवादियों ने भद्राद्री कोठागुडेम जिला पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया है। इसमें कहा गया है कि विभिन्न कैडर के 38 माओवादियों ने नक्सलवाद का रास्ता छोड़ने और अपने परिवार के सदस्यों के साथ शांतिपूर्ण जीवन जीने का फैसला किया है। इसमें कहा गया है कि माओवादियों ने भद्राद्री कोठागुडेम के पुलिस अधीक्षक बी रोहित राजू के समक्ष हथियार डालकर आत्मसमर्पण किया।
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वहीं छत्तीसगढ़ के पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जिले में ओरछा थानाक्षेत्र के जंगल में सुरक्षाबलों ने दो नक्सलियों कोंदाराम उसेंडी (35) और करंजे उसेंडी (40) को गिरफ्तार किया। उन्होंने बताया कि ओरछा थाने से जिला रिजर्व गार्ड (डीआरजी), भारत तिब्बत सीमा पुलिस और जिला पुलिस के संयुक्त दल को नक्सल विरोधी अभियान पर कोडोली, छोटेपलरनार और रेंगाबेड़ा गांव की ओर रवाना किया गया था। अधिकारियों ने बताया कि जब सुरक्षाबल के जवान जंगल में थे तब दो संदिग्ध नक्सली वहां से भागने लगे, ऐसे में सुरक्षाबलों ने घेराबंदी कर उन्हें पकड़ लिया।