आईबीएम जॉब लेऑफ (सौ. सोशल मीडिया )
दुनिया भर की बड़ी टेक्नोलॉजी कंपनियों में ग्लोबली छंटनी का ट्रेंड चल रहा है। सबसे बड़ी टेक कंपनियों के तौर पर पहचान बनाने वाली कंपनी गूगल और माइक्रोसॉफ्ट भी इसमें पीछे नहीं रही है। अब खबर आ रही है कि आईबीएम भी अपने 8000 कर्मचारियों को नौकरी से निकालने की तैयारी कर रही हैं।
इस छंटनी का सीधा असर मानव संसाधन कर्मचारियों यानी एचआर स्टाफ पर हो सकता है। एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, आईबीएम के द्वारा हाल ही में मानव संसाधन यानी एचआर कर्मियों द्वारा मैनेज किए जाने वाले कर्तव्यों को संभालने के लिए डिजाइन किए गए एआई डिवाइस के रोलआउट के बाद हुआ है। इसका असर ये रहा है कि बड़ी संख्या में नौकरियां खत्म हो गई हैं।
खबर के अनुसार, ये देखा जा रहा है कि जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस यानी एआई बिजनेस और काम-काज में अपनाया जा रहा है, वैसे-वैसे भूमिकाएं खत्म की जा रही हैं। आपको बता दें कि हाल ही में आईबीएम के सीईओ अरविंद कृष्ण ने ये जानकारी शेयर की थी कि कंपनी अपनी कैपेसिटी बढ़ाने के लिए तेजी से एआई और ऑटोमेशन यानी स्वचालन को अपना रही है। उनका यह भी कहना था कि ऑटोमेशन से सेविंग को मार्केटिंग, सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग और सेल्स ऑपरेशन जैसे क्षेत्रों में रीडायरेक्ट किया जा रहा है।
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आईबीएम के लिए अपनी एआई ऑफर्स को एक्विटवली आगे बढ़ा रहा है। इसी महीने ईयरली थिंक समिट के दौरान, कंपनी ने उद्यमों को अपने स्वयं के एआई-संचालित एजेंटों को विकसित करने और संचालित करने में मदद करने के उद्देश्य से नए सोल्यूशन का एक सूट पेश किया। ये डिवाइस ओपनएआई, अमेजन और माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख प्लेटफ़ॉर्म के साथ आसानी से इंटीग्रेट करने के लिए बनाए गए हैं। लेजऑफ प्लेटफॉर्म Layoffs.fyi के आंकड़े बताते हैं कि साल 2025 में अब तक 61,220 से ज़्यादा टेक्निकल एम्पॉलयीज को नौकरी से निकाला जा चुका है, जिसका असर 130 अलग-अलग कंपनियों के कर्मचारियों पर पड़ा है।